दिल्ली सरकार में मंत्री राजकुमार आनंद ने इस्तीफा दे दिया है। उनके इस्तीफा देते ही पार्टी में हलचल मच गई है। उन्होंने मंत्री पद के साथ ही आप पार्टी से भी इस्तीफा दे दिया है।
दिल्ली. आम आदमी पार्टी सरकार में मंत्री राजकुमार आनंद ने बुधवार को अपने पद और पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उनके इस्तीफा देते ही पार्टी में हलचल मच गई है। हर किसी के मन में अब ये ही सवाल उठ रहा है कि क्या वे भाजपा में शामिल होंगे। हालांकि इस संबंध में अभी राजकुमार आनंद ने स्पष्ट रूप से कुछ नहीं कहा है।
समाज कल्याण मंत्री ने दिया इस्तीफा
आम आदमी पार्टी नेता और दिल्ली सरकार में समाज कल्याण मंत्री राजकुमार आनंद ने इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने पार्टी से इस्तीफा देने के साथ ही आप पार्टी से भी इस्तीफा दे दिया है। राजकुमार आनंद ने 2020 में आप पार्टी के टिकट से चुनाव लड़कर पटेल नगर से विधायक बने थे। वे अरविंद केजरीवाल सरकार में मंत्री थे। उनके इस्तीफे के बाद से कयास लगाए जा रहे हैं कि वे भाजपा में शामिल हो सकते हैं। हालांकि इस बारे में उन्होंने अभी कुछ नहीं कहा है।
आप पार्टी का आरोप, ईडी की कार्रवाई से डर गए मंत्री
आपको बतादें कि हालही राजकुमार आनंद के घर पर ईडी की रेड डली थी। इस कार्रवाई के तुरंत बाद उन्होंने पद और पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। ऐसे में आप पार्टी नेताओं ने भी आरोप लगाया है कि वे ईडी की कार्रवाई से डर गए हैं। इसी कारण उन्होंने इस्तीफा दे दिया है। ताकि ईडी की कार्रवाई से बच सकें।
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राजकुमार आनंद से सुनाई अपनी पीड़ा
मैं राजकुमार आनंद मैं दिल्ली सरकार में मंत्री हूं। मेरे पास सात पोर्टफोलियो है। लेकिन आज में बहुत व्यथित हूं। मैं अपना दुख साझा करने आया हूं। मैं राजनीति में जब आया था, तब अरविंद केजरीवाल जी ने कहा था राजनीति बदलेगी तो देश बदलेगा। लेकिन आज बड़े अफसोस के साथ कहना पड़ रहा है। राजनीति तो नहीं बदली, लेकिन राजनेता बदल गए। आम आदमी पार्टी का जन्म ही भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन से हुआ था। लेकिन आज यही पार्टी खुद भ्रष्टाचार के दलदल में फंस गई है। मेरे लिए मंत्री पद पर रहकर इस सरकार में काम करना असहज हो गया है। मैं इस सरकार और अपने मंत्री पद से इस्तीफा दे रहा हूं। क्योंकि मैं इन भ्रष्ट आचरणों में अपना नाम नहीं जुड़वाना चाहता हूं। मैं नहीं समझता कि हमारे पास शासन करने की नैतिक ताकत बची है।
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