
गांधीनगर। मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल ने राज्यव्यापी गुजरात यूनिफाइड डिजिटल स्टैक को ऑपरेशनलाइज करते हुए कहा कि इससे डिजिटल गवर्नेंस और ज्यादा स्मार्ट, तेज और नागरिक-केंद्रित बनेगा। उनके अनुसार, नागरिकों को सभी सेवाएँ एक ही प्लेटफॉर्म से सरलता से मिलेंगी। साथ ही विभागों के बीच तेज डेटा शेयरिंग से योजनाओं का रीयल-टाइम विश्लेषण किया जा सकेगा।
मुख्यमंत्री ने गांधीनगर के महात्मा मंदिर में आयोजित रीजनल एआई इम्पैक्ट कॉन्फ्रेंस का उद्घाटन किया। उन्होंने एआई एक्सपीरियेंस ज़ोन का उद्घाटन कर स्टार्टअप स्टॉल्स का भी निरीक्षण किया। इस कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री श्री हर्ष संघवी और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री श्री अर्जुन मोढवाडिया भी उपस्थित थे।
यह कॉन्फ्रेंस केंद्र के सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय और राज्य सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित की गई है। यह आयोजन फरवरी 2026 में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में होने वाली एआई इम्पैक्ट समिट का प्री-इवेंट है।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने गुजरात एआई स्टैक लॉन्च किया। इस स्टैक के जरिए सरकारी विभागों में ‘प्लग-एंड-प्ले’ एआई को आसानी से अपनाया जा सकेगा। इसमें शामिल 6 प्रमुख AI टूल्स-
इनसे शासन और अधिक तेज, सटीक और जनता-हितैषी होगा।
कार्यक्रम में गुजरात क्लाउड एडॉप्शन गाइडलाइन्स 2025 भी लॉन्च की गईं। ये गाइडलाइन्स डिजिटल गवर्नेंस को सुरक्षित, स्केलेबल और एआई-रेडी बनाएंगी और MeitY-एम्पैनल्ड कंप्यूट के उपयोग को आसान बनाएंगी।
कॉन्फ्रेंस में दो महत्वपूर्ण समझौते हुए-
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री की नेतृत्व क्षमता के चलते एआई सिर्फ तकनीक नहीं, बल्कि राष्ट्र की प्रगति का मिशन बन गया है। उन्होंने कहा कि गुजरात हमेशा से टेक्नोलॉजी-प्रेरित विकास में आगे रहा है और एआई संसाधन जन कल्याण और फ्यूचर-रेडी शासन में अहम भूमिका निभाएगा।
श्री पटेल ने कहा कि बीते दशक में टेक्नोलॉजी ने देश में बड़ा बदलाव लाया है। छोटे से छोटे व्यक्ति तक टेक्नोलॉजी पहुँची है और India AI Mission शुरू हुआ है। गुजरात ने भी इसी दिशा में आगे बढ़ते हुए एआई टास्क फोर्स का गठन किया है।
उन्होंने उम्मीद जताई कि इस कॉन्फ्रेंस में हुआ सामूहिक विचार-विमर्श एआई के उपयोग से वर्तमान कार्य क्षमता और भविष्य की तकनीकी जरूरतों को नई दिशा देगा।
गुजरात: AI क्रांति का निर्माणकर्ता राज्य
उप मुख्यमंत्री श्री हर्ष संघवी ने कहा कि गुजरात एआई क्रांति का केंद्र बन रहा है और निवेशकों तथा स्टार्टअप्स का स्वागत करता है। उन्होंने कहा कि गुजरात का लक्ष्य Human vs Machine नहीं, बल्कि Human with Machine है, जहाँ एआई इंसानी कल्पना को नए आयाम देता है।
राज्य में AI के विविध उपयोग उन्होंने बताया कि-
गुजरात पुलिस द्वारा AI का प्रभावी उपयोग
उन्होंने निवेशकों और स्टार्टअप्स को निमंत्रण देते हुए कहा-
गुजरात आपके सपनों का लॉन्च पैड बनेगा।
सुशासन के लिए एआई एक शक्तिशाली साधन
उन्होंने कहा कि आज सुशासन में एआई सबसे प्रभावशाली टूल बन चुका है। मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में एआई ने डेटा स्टोरेज, पारदर्शिता और काम की गति को बढ़ाया है, जिससे नागरिकों तक सेवाएँ तेजी से पहुँच रही हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में भारत एआई तकनीक में नई ऊँचाइयाँ हासिल कर रहा है। उन्होंने विश्वास जताया कि यह कॉन्फ्रेंस एआई क्षेत्र में नई क्रांति की शुरुआत करेगी।
MeitY के अपर सचिव व एनआईसी महानिदेशक श्री अभिषेक सिंह ने बताया कि फरवरी 2026 में भारत में वैश्विक एआई समिट आयोजित होगी। यह पहली बार होगा कि कोई विकासशील देश इस तरह की समिट की मेजबानी करेगा। उन्होंने कहा कि नई तकनीक के क्रियान्वयन में गुजरात हमेशा अग्रणी रहा है और एआई में भी देश का रोल मॉडल बनेगा।
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग की सचिव श्रीमती पी. भारती ने बताया कि कॉन्फ्रेंस में पाँच प्रमुख विषयों पर चर्चा होगी-
साथ ही, 2026 की एआई इम्पैक्ट समिट के लिए महत्वपूर्ण सुझाव भी तैयार होंगे। कार्यक्रम के अंत में गुजरात इन्फॉर्मेटिक्स लिमिटेड के प्रबंध निदेशक श्री अरविंद विजयन ने आभार व्यक्त किया। कॉन्फ्रेंस में राज्य और केंद्र के वरिष्ठ अधिकारी, वैश्विक टेक कंपनियाँ, IITs और 100 से अधिक स्टार्टअप्स के इनोवेटर्स शामिल हुए।