अद्भुत उर्जा का केंद्र है महात्मा गांधी का कोचरब आश्रम, देखें Then and Now की तस्वीरें
अहमदाबाद. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को गुजरात के अहमदाबाद में स्थित साबरमती आश्रम में पुर्न विकसित कोचरब आश्रम का शुभारंभ किया। इसी के साथ उन्होंने महात्मा गांधी आश्रम स्मारक के 1200 करोड़ रुपए के मास्टर प्लान का शुभारंभ भी किया।
subodh kumar | Published : Mar 12, 2024 1:11 PM IST / Updated: Mar 12 2024, 06:51 PM IST
PM मोदी ने किया शुभारंभ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साबरमती आश्रम में पुर्न विकसित कोचरब आश्रम का शुभारंभ किया। इसी के साथ उन्होंने महात्मा गांधी आश्रम स्मारक के 1200 करोड़ रुपए के मास्टर प्लान का शुभारंभ भी किया।
आधुनिक नजर आने लगा आश्रम
साबरमती आश्रम कायाकल्प होने के बाद एकदम आधुनिक नजर आने लगा है। पहले यह आश्रम काफी जर्जर सा हो गया था। लेकिन पुर्न विकास के बाद ये आश्रम काफी आकर्षक नजर आने लगा है।
यहीं से शुरू हुई थी दांडी यात्रा
पीएम ने साबरमती आश्रम से शुरू हुई गांधीजी की दांडी यात्रा के 94 वीं वर्षगांठ के अवसर पर कोचरब आश्रम का शुभारंभ किया।
1915 में स्थापित किया था कोचरब आश्रम
महात्मा गांधी द्वारा 1915 में दक्षिण अफ्रीका से भारत आने के बाद कोचरब आश्रम की स्थापना की थी।
पर्यटन के रूप में संरक्षित
गुजरात विद्यापीठ द्वारा कोचरब आश्रम को एक स्मारक और पर्यटन स्थल के रूप में संरक्षित किया गया है।
ऐसी हो गई थी हालत
साबरमती आश्रम गांधीवादी विचारधारा वाले स्टूडेंट के लिए सत्याग्रह, स्वदेशी और आत्मनिर्भतरता के लिए काम करने का केंद्र था।
1200 करोड़ का मास्टर प्लान
पीएम मोदी ने 1200 करोड़ रुपए की लागत से पुर्न विकसित होने वाले महात्मा गांधी स्मारक के मास्टर प्लान का शुभारंभ भी किया।
अद्भुत उर्जा का केंद्र
पीएम मोदी ने कहा कि बापू का यह साबरमती आश्रम हमेशा से एक अद्भुत उर्जा का केंद्र रहा है।
बापू के आदर्श महसूस करते पीएम
पीएम मोदी बोले, मुझे जब भी यहां आने का मौका मिलता है। तो मैं अपने अंदर बापू की प्रेरणा सत्य अंहिसा के आदर्श और भक्ति के संकल्प को स्पष्ट रूप से महसूस करता हूं।
कमजोर हो गया था आश्रम
आश्रम में लंबे समय से विकास कार्य नहीं हुए थे। इस कारण आश्रम की दीवारें भी कमजोर हो गई थी। आश्रम में लगे खिड़की दरवाजे आदि भी कमजोर हो गए थे।
जर्जर होने लगा था आश्रम
लंबे समय से आश्रम में रंग रोगन भी नहीं हुआ था, इस कारण जर्जरता साफ नजर आने लगी थी। लेकिन अब आश्रम आधुनिक रूप में नजर आने लगा है।