गुजरात में महात्मा गांधी की यादों को सहेजने वाले साबरमती आश्रम का जल्द ही कायाकल्प होने वाला है। आज पीएम मोदी ने साबरमति आश्राम के विस्तार के लिए 1200 करोड़ का मास्टर प्लान की नींव रखी है।
अहमदाबाद। गुजरात में महात्मा गांधी के साबरमति आश्रम को पीएम मोदी ने भारता का तीर्थ बताया है। आज पीएम मोदी ने साबरमति आश्रम के कायाकल्प के लिए 1200 करोड़ रुपये का प्रोजेक्ट लॉन्च किया है। पीएम मोदी ने 12 मार्च को इसलिए इस प्रोजेक्ट की नींव रखी है क्योंकि यही वह दिन था स्वतंत्रता संग्राम के आंदोलन में बापू ने दांडी मार्च निकाल कर अंग्रेजों तक बड़ा संदेश पहुंचाया था। पीएम मोदी ने मंगलवार को अहमदाबाद की यात्रा के दौरान "आश्रम भूमि वंदना" योजना के तहत इस कार्यक्रम का उद्घाटन किया।
देश ही पूरे मानव समाज के लिए ऐतिहासिक धरोहर
साबरमति आश्रम के विस्तार और विकास के लिए प्रोजेक्ट लॉन्च करने के साथ पीएम मोदी ने कहा कि साबरमति आश्रम देश के लिए ही नहीं बल्कि पूरे समाज और मानवजाति के लिए किसी ऐतिहासि धरोहर से कम नहीं है। ये वाकई आश्चर्य की बात है कि बापू की इस अनमोल धरोहर की अबतक की सरकारों ने अनदेखी की। पीएम मोदी ने कहा कि महात्मा गांधी के आश्रम में आकर शांति के साथ मन में ऊर्जा का संचार होता है।
आश्रम के विस्तार के साथ इमारतों का होगा नवीनीकरण
योजना के तहत साबरमति आश्रम का 1200 करोड़ की लागत से कायाकल्प होगा। इसके अंतर्गत आश्रम के कुल क्षेत्र का 55 एकड़ तक विस्तार किया जाएगा। फिलहाल ये आश्रम पांच एकड़ क्षेत्र में बना हुआ है। आश्रम में मौजूद 36 इमारतों का नवीनीकरण किया जाएगा। साउथ अफ्रीका से वर्ष 1915 में भारत लौटने के बाद महात्मा गांधी की ओर से स्थापित किया गया पहला आश्रम था। पीएम मोदी के मास्टर प्लान में आश्रम की 20 इमारतों की देखरेख, 13 भवनों का रेनोवेशन शामिल है।
महात्मा गांधी की शिक्षा को बढ़ावा देना है उद्देश्य
साबरमति आश्रम का विस्तार करने के पीछे मकसद इतना ही है कि महात्मा गांधी के विचारों और उनके द्वारा दी गई शिक्षा के महत्व को लोग समझें। साबरमति आश्रम में बापू की आत्म बसती है ऐसे में उसका संरक्षण जरूरी है।