शिवराज सिंह चौहान की दिलचस्प जल्दबाजी: जूनागढ़ में पत्नी को ही भूल आए, पढ़ें याद आने पर मंत्री जी ने क्या किया

Published : Jul 20, 2025, 11:54 AM ISTUpdated : Jul 20, 2025, 12:13 PM IST
Shivraj Singh Chouhan

सार

Shivraj Singh Chouhan News : केंद्रीय कृषि मंत्री  शिवराज सिंह चौहान पत्नी साधना सिंह के साथ शनिवार को गुजरात के दौरे  पर थे। सोमनाथ ज्योतिर्लिंग के दर्शन करने के बाद वह जूनागढ़ पहुंचे। इस दौरान उनके साथ दिलचस्प वाक्या हुआ…वह पत्नी को ही भूल आए।

Shivraj Singh Chouhan Gujarat Visit Junagadh : केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान अपनी पत्नी समेत  गुजरात के धार्मिक व सरकारी दौरे पर थे। शनिवार को वह जूनागढ़ पहुंचे, इस दौरान वो गजब की जल्दबाजी कर गए। वह अपने काफिले की 22 गाड़ियों के साथ राजकोट के लिए रवाना हो गए। लेकिन अपनी पत्नी साधना सिंह को ही भूल आए...जब शिवराज एक किलोमिटर दूर पहुंचे तो उनको यादा आया कि साथ में पत्नी नहीं है।

शिवराज ने पत्नी के लिए लिया यू टर्न

जब शिवराज सिंह को पता चला कि साथ में उनकी पत्नी साधना सिंह नहीं है तो उन्होंने 22 गाड़ियों के काफिले के साथ वापस यू टर्न लिया। वहां जाकर देखा तो साधना सिंह मूंगफली शोध केंद्र के प्रतीक्षालय में बैठी थीं। सोशल मीडिया पर यूजर शिवराज के इस वाक्या को लेकर तरह-तरह के मजेदार कमेंट्स कर रहे हैं।

 शिवराज-साधना ने किए सोमनाथ ज्योतिर्लिंग के दर्शन

बता दें कि शिवराज सिंह चौहान और पत्नी साधना सिंह सोमनाथ ज्योतिर्लिंग और गिर के सिंहदर्शन के लिए गुजरात पहुंचे थे। हालांकि इस दौरान वह जूनागढ़ के मूंगफली शोध केंद्र में भी पहुंचे। जहां उन्होंने किसानों व ‘लखपति दीदी’ योजना से जुड़ी महिलाओं से संवाद कार्यक्रम के तहत बातचीत भी की।

मूंगफली की खेती के लिए फेमस है जूनागढ़

शिवराज सिंह चौहान ने एक्स पर कहा- आज जूनागढ़ जिले के मानेकवाड़ा गाँव में मूंगफली की खेती करने वाले किसान भाइयों से मुलाकात की। खेत में मूंगफली की निराई-गुड़ाई की आधुनिक मशीन को खुद चलाकर देखा और किसान भाइयों से इसके फायदे जाने। इस मशीन से खरपतवार आसानी से निकल जाते हैं, और न ही फसल को नुकसान होता है, न ही मिट्टी को। किसान भाइयों ने बताया कि इससे काम तेज़, सटीक और कम खर्च में हो जाता है। मजदूरी की लागत घटती है और फसल की पैदावार में भी बढ़ोतरी होती है। ऐसे आधुनिक कृषि उपकरण खेती को न केवल आसान बना रहे हैं, बल्कि किसानों की आमदनी बढ़ाने में भी सहायक साबित हो रहे हैं।

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