17 साल की लड़की के साथ गैंगरेप के मामले में गिरफ्तार एक आरोपी की कुछ ही घंटों बाद पुलिस हिरासत में मौत हो गई।
17 साल की लड़की के साथ गैंगरेप के मामले में गिरफ्तार एक आरोपी की कुछ ही घंटों बाद पुलिस हिरासत में मौत हो गई। सूरत के मोटा बोरसारा गांव में 17 साल की लड़की के साथ दरिंदों ने सामूहिक बलात्कार किया था। इस मामले में पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में लिया था। लेकिन उनमें से एक आरोपी की गुरुवार को पुलिस हिरासत में ही मौत हो गई।
मृतक की पहचान 45 वर्षीय शिवशंकर चौरसिया के रूप में हुई है। इसके साथ ही 40 वर्षीय एक अन्य आरोपी मुन्ना पासवान को सूरत के मांडवी शहर में गिरफ्तार किया गया था। बुधवार रात पुलिस को देखकर झाड़ियों में छिपने की कोशिश करते समय पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार किया था।
गिरफ्तारी के बाद चौरसिया ने सांस लेने में तकलीफ की शिकायत की, जिसके बाद पुलिस उसे कमरेज के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गई। लेकिन वहां उसकी हालत बिगड़ गई और उसकी मौत हो गई। चौरसिया और पासवान दोनों को गिरफ्तार कर स्थानीय क्राइम ब्रांच पुलिस स्टेशन में रखा गया था। सूरत के आईजीपी प्रेम वीर सिंह ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद ही मौत के कारणों का पता चल पाएगा।
चौरसिया का आपराधिक इतिहास रहा है। इसलिए अकेले रहने वाला यह व्यक्ति अक्सर अपना ठिकाना बदलता रहता था। 2017 में अंकलेश्वर में हुए एक जघन्य हत्याकांड में भी यह शामिल था। इतना ही नहीं, वह कई आपराधिक मामलों में पुलिस के लिए वांछित था। मंगलवार रात बाइक पर सवार होकर आए इस आरोपी और दो अन्य ने मोटा बरसारा के पास 17 साल की युवती को उसके दोस्त के साथ देखा। उन्होंने दोनों से वहां खड़े होने का कारण पूछा और दोनों पर हमला कर लड़की के गले से सोने की चेन छीन ली। इसके बाद युवती के दोस्त के कपड़े उतारकर उसे नंगा कर दिया। इसके बाद दोनों की तस्वीरें वायरल करने की धमकी देकर ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया।
इस दौरान युवती उनसे बचने के लिए पास के खेत में भागी, तो आरोपियों में से एक ने उसका पीछा किया। इस दौरान युवती का दोस्त वहां से भाग गया, जबकि इन तीनों दरिंदों ने युवती के साथ बलात्कार किया।