झारखंड के जमेशदपुर शहर के गैर कंपनी इलाकों में भीषण गर्मी के बीच घंटों बिजली कटौती ने हाहाकार मचा दिया है। तमाम इलाकों में 10 से 12 घंटे तक की बिजली कटौती की जा रही है। मई में इतनी लंबी बिजली कटौती ने लोगों में आक्रोश भी पैदा कर दिया है।
जमशेदपुर. झारखंड के जमेशदपुर शहर के गैर कंपनी इलाकों में भीषण गर्मी के बीच घंटों बिजली कटौती ने हाहाकार मचा दिया है। जमदेशपुर को छोड़कर जैसे-मानगो,जुगसलाई, सोनारी, कदमा, छोटा गोविंदपुर, बिरसानगर, परसुडीह, बागबेड़ा, बारीडीह सहित तमाम इलाकों में 10 से 12 घंटे तक की बिजली कटौती की जा रही है। मई में इतनी लंबी बिजली कटौती ने लोगों में आक्रोश भी पैदा कर दिया है।
बिजली विभाग के अधिकारियों के अनुसार सेंट्रल पूल से जेबीवीएनएल को मिलने वाली बिजली में 40 प्रतिशत की कटौती की जा रही है। सेंट्रल पूल से मिलने वाली बिजली में कटौती के चलते राज्य लोड डिस्पैच, एसएलडीसी को अलर्ट जारी करना पड़ा है।
बिजली विभाग के अधिकारियों का कहना है कि 24 जिलों में 700 मेगावाट की बिजली कमी हो गई है। विभाग के मुताबिक, कोल्हान प्रमंडल के जमशेदपुर, पू्र्वी सिंहभूम के ग्रामीण क्षेत्रों, सरायकेला खरसावां और पश्चिमी सिंहभूम में 200 से 250 मेगावाट बिजली की कमी देखने को मिली है।
बिजली की कटौती के चलते जमशेदपुर के गैर कंपनी क्षेत्रों यानी कंपनी के बाहरी दो लाख उपभोक्ता प्रभावित हो रहे हैं। यह बिजली कटौती आगे भी जारी रहने की आशंका है। अधिकारियों का कहना है कि कोल्हान प्रमंडल के तीनों जिलों में गर्मी के सीजन में 550 मेगावाट बिजली की डिमांड होती है। इसके मुकाबले अधिकतम 350 मेगावाट बिजली ही मिल पा रही है।
करनडीह के ईई राजकिशोर के अनुसार, उनके क्षेत्र में बिजली की डिमांड 70 मेगावाट है, लेकिन मुहैया सिर्फ 35 मेगावाट हो पा रही है। मानगो के ईई अजय कुमार भी मानते हैं कि उनके क्षेत्र में 45 के स्थान पर 28 मेगावाट ही बिजली मिल पा रही है।
उधर, जेबीवीएनएल के महाप्रबंधक श्रवण कुमार कहते हैं कि जेबीवीएनएल सेंट्रल पूल से बिजली खरीद के विकल्प देख रही है। सभी फीडर को एक घंटे बंद कर दूसरे चालू करने को कहा गया है।
इधर, जमदेशपुर में सोमवार को तेज आंधी और बारिश ने तबाही मचा दी। शहर में 200 से अधिक पेड़ गिरने की खबरें सामने आईं। जमशेदपुर में बिजली के तार भी टूटे। जमशेदपुर सर्किल में 48 पोल के तार टूट गए। इससे घंटों बिजली नहीं मिली। जमशेदपुर सर्किल के ईई दीपक कुमार ने बताया कि आंधी-बारिश से बिजली इंफ्रास्ट्रक्चर को भारी नुकसान पहुंचा है। शहरी क्षेत्र के अलावा गांवों में भी बिजली के तार टूट गए।
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