भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने रविवार को देश के 13 राज्यों के गवर्नर और उप-राज्यपाल बदले हैं। झारखंड के राज्यपाल बदल गए हैं। अब झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन होंगे। झारखंड के गवर्नर रमेश बैस को महाराष्ट्र का राज्यपाल बनाया गया है।
रांची. भारत सरकार ने रविवार के दिन देश के 13 राज्यों के गवर्नर को इधर से उधर किया है, तो वहीं बीजेपी के सीनियर नेताओं को राज्यपाल बनाया गया है। अब झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन होंगे। झारखंड के 11वें राज्यपाल होंगे। वहीं रमेश बैस को महाराष्ट्र का राज्यपाल बनाया गया है। रमेश बैस झारखंड के 10वें राज्यपाल थे। वहीं सी साल जनवरी में सुप्रीम कोर्ट से रिटायर हुए जस्टिस अब्दुल नजीर को आंध्र प्रदेश का गवर्नर बनाया गया है। तो महाराष्ट्र के गवर्नर भगत सिंह कोश्यारी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।
कौन हैं राधाकृष्णन, जो बने झारखंड के गवर्नर
दरअसल, राधानाकृष्णन बीजेपी के सीनियर नेताओं में से एक हैं। वर्तमान में बीजेपी के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य हैं। सीपी राधाकृष्णन लोकसभा सांसद भी रह चुके हैं। वह कोयंबटूर लोकसभा क्षेत्र से दो बार सांसद रह चुके हैं। वह केरल के भाजपा प्रभारी भी रह चुके हैं। बता दें कि राज्यपाल बने राधाकृष्णन संघ विचार धारा से आते हैं। वो 16 साल की उम्र से आरएसएस और जनसंघ से सीधे जुड़े रहे हैं। राधाकृष्णन साल 2016 से साल 2019 तक अखिल भारतीय केयर बोर्ड के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। इसके अतिरिक्त भाजपा ने इन्हें तमिलनाडू में पार्टी का अध्यक्ष भी बनाया था।
रमेश बैस होंगे महाराष्ट्र के नए राज्यपाल
इससे पहले रमेश बैस झारखंड के 10वें राज्यपाल थे। वे साल 2021 के जुलाई महीने में झारखंड के राज्यपाल बनाए गए थे। इसके अतिरिक्त रमेश बैस केंद्र सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं। अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में वे पर्यावरण एवं वन राज्यमंत्री रह चुके हैं। उन्हें जुलाई 2019 में त्रिपुरा के राज्यपाल बनाया गया था। फिर वे झारखंड के राज्यपाल बने और अब महाराष्ट्र के नए राज्यपाल होंगे।
गुलाबचंद कटारिया और सप्रीम कोर्ट के पूर्व जज अब्दुल नजीर बने राज्यपाल
राजस्थान में बीजेपी के सीनियर नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया को असम का राज्यपाल बनाया गया है। इसी साल जनवरी में सुप्रीम कोर्ट से रिटायर हुए जस्टिस अब्दुल नजीर को आंध्र प्रदेश का गवर्नर बनाया गया है। रिटायरमेंट के 40 दिन बाद राज्यपाल बनाए गए जस्टिस नजीर राम मंदिर, ट्रिपल तलाक जैसे मामलों में फैसला दे चुकी बेंच में शामिल थे