झारखंड के धनबाद जिले में शुक्रवार के दिन बड़े हादसे की खबर सामने आई है। यहां एक कोयला खदान धसने से कई मजदूरों के दबने की जानकारी सामने आई है। वहीं तीन मजदूरों के शव बरामद कर लिए गए है। अवैध माइनिंग कर रहे थे मजदूर। सीआईएसएफ ने रेस्क्यू शुरू किया।
धनबाद (dhanbad News). झारखंड के धनबाद शहर से शुक्रवार के दिन दर्दनाक हादसे की खबर सामने आई है। कोयला खदान धसने से कई मजदूरों के दबे होने होने के चलते इलाके में हड़कंप मच गया। अवैध खनन करने के दौरान अचानक से खदान धंस गई। घटना की जानकारी मिलते ही सीआईएसएफ ने लोकल पुलिस के साथ मिलकर रेस्क्यू मिशन स्टार्ट कर दिया है। अभी तक तीन मजदूरों के शव बरामद कर लिए गए है जबकि कई मजदूरों के दबे होने की आशंका है। हादसा शहर के भौंरा ओपी इलाके के एक कोयला खदान में चल रहे अवैध खनन के दौरान हुआ।
धनबाद की कोयला खदान में बिना परमिशन निकाल रहे थे कोयला
प्राप्त जानकारी के अनुसार भौंरा ओपी इलाके में बीसीसीएल की कोयला खदानों में अवैध तरीके से कोयला खनन का करोबार चल रहा है। इसी दौरान शुक्रवार के दिन भी करीब एक दर्जन मजदूर अवैध तरीके से घुसकर खनन का काम कर रहे थे जिसके चलते खदान का एक हिस्सा अचानक से भरभरा कर गिर गया। इस हादसे के चलते खदान के अंदर काम कर रहे 12 मजदूर मलबे में दब गए। अभी तक तीन मजदूरों के शव बरामद हुए है। जिनकी पहचान मदन प्रसाद (25 साल), जितेंद्र यादव (10 साल) और एक अन्य युवक है। वहीं कुछ घायलों को ग्रामीण वहां से भगाकर ले गए है। घटना का पता चलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और सीआईएसएफ की मदद से रेस्क्यू मिशन स्टार्ट कर दिया गया है।
आक्रोशित लोगों ने धनबाद के भौंरा में स्थित बीसीसीएल ऑफिस घेरा
कोयला खदान में हुए हादसे के बाद गुस्साए ग्रामीणों ने भौंरा स्थित BCCL के ऑफिस के बाहर दोनों मजदूरों के शव को प्रदर्शन करते हुए मेन गेट को जाम कर दिया। ग्रामीणों ने स्थानीय प्रशासन पर मिली भगत का आरोप लगाते हुए अवैध कोयला खनन की बात कही है। साथ ही मृतकों के लिए कंपनी से मुआवजे की मांग कर रहे है। वहीं घटनास्थल पर पहुंची पुलिस रेस्क्यू मिशन पूरा होने के बाद खदान के इंट्री प्वाइंट को मलबा भरकर पैक करने की तैयारी कर ली है।