PTI की रिपोर्ट के मुताबिक अंबा प्रसाद ने दावा किया कि ED की तलाशी उनके भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल होने से इनकार करने का नतीजा था।
कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद। झारखंड कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद के आधिकारिक परिसरों पर मंगलवार (12 मार्च) की देर रात को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने छापा मारा। इस पर कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद ने प्रतिक्रिया दी। PTI की रिपोर्ट के मुताबिक अंबा प्रसाद ने दावा किया कि ED की तलाशी उनके भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल होने से इनकार करने का नतीजा था। उन्होंने कहा कि मुझे BJP की ओर से हजारीबाग से सांसद टिकट की पेशकश की गई, जिसे मैंने अस्वीकार कर दिया था। BJP पक्ष के कुछ लोगों ने मुझ पर BJP सांसद चतरा की ओर से चुनाव लड़ने का दबाव बनाया।
झारखंड कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद ने कहा कि हम कांग्रेस पार्टी से हैं और हमने लगातार बड़कागांव सीट जीती है। हम हज़ारीबाग़ के उस क्षेत्र में बहुत मजबूत हैं। मैंने इसे पार्टी और मीडिया के नजरिए से देखा कि मैं एक विजयी उम्मीदवार हूं। इसके चलते मैंने बीजेपी के ऑफर को ठुकरा दिया, जिसका नतीजा ये है कि आज मुझे दिन भर यातना झेलनी पड़ी, जो बिलकुल अस्वीकार्य है।
कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद की मां का बयान
ED ने मनी लॉन्ड्रिंग जांच के तहत कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद के रांची स्थित आधिकारिक आवास सहित उनसे जुड़े कई स्थानों पर तलाशी ली। संघीय एजेंसी ने कहा कि हजारीबाग जिले के बड़कागांव विधानसभा से कांग्रेस विधायक और सहयोगियों से संबंधित 17 स्थानों पर तलाशी ली गई। PTI की रिपोर्ट के मुताबिक मंगलवार को कांग्रेस विधायक की मां ने कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले उनका मनोबल तोड़ने के लिए ED ने उनकी बेटी के परिसरों पर छापा मारा।
उन्होंने कहा, "मुझे छापे के बारे में कोई जानकारी नहीं थी, क्योंकि मैं अंदर नहीं थी। मुझे यह मीडियाकर्मियों के माध्यम से पता चला। मैं अब राजनीति में नहीं हूं। मैंने अपनी बेटी से राजनीति छोड़ने के लिए कहा था।" बता दें कि झारखंड के मौजूदा विधानसभा में सबसे कम उम्र की विधायक अंबा पूर्व मंत्री योगेन्द्र साव की बेटी हैं। उनकी मां निर्मला देवी भी पूर्व विधायक हैं।