
रायपुर। झारखंड के पलामू में महाशिवरात्रि की तैयारियों के बीच भड़की हिंसा के लिए एआईएमआईएम (ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने आरएएस और हेमंत सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि पलामू में हिंसा के लिए राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ (आरएसएस) सीधे तौर पर जिम्मेदार है। साजिशन हिंसा को अंजाम दिया गया। उन्होंने राज्य सरकार पर हमला करते हुए कहा कि सरकार को हिंसा पर काबू पाने के लिए जिस तरह की कार्रवाई करनी चाहिए थी, वह नहीं हुई।
पत्थरबाजी और आगजनी हुई
एक मीडिया से बातचीत में ओवैसी ने कहा कि पलामू स्थित पांकी के जामा मस्जिद में तोरण द्वार कभी भी नहीं लगा था। दोनों पक्षों के बीच स्थानीय पुलिस थाने में, यह समझौता हुआ था कि तोरण द्वार मस्जिद के सामने नहीं लगाया जाएगा। फिर भी घटना वाले दिन कुछ लोगों ने वहां तोरण द्वार लगा दिया। लोगों ने जब रोका, तो पत्थरबाजी और आगजनी की गयी। ओवैसी ने कहा कि हेमंत सरकार भी हिंसा के लिए दोषी है। यदि सरकार ने समय रहते एक्शन लिया होता, तो हालात नहीं बिगड़तें।
सरकार ने सबक नहीं लिया
पिछले साल हुए रांची हिंसा का जिक्र करते हुए ओवैसी ने राजधानी में सरकार ऐसी हिंसा देख चुकी है। पर सरकार ने उस घटना से सबक नहीं लिया। बीजेपी के लोग मुस्लिमों के खिलाफ हिंसा की बात खुलेआम करते हैं। पर पीएम इसकी निंदा नहीं करते हैं।
पलामू में हुई थी हिंसा
बता दें कि बुधवार की सुबह पलामू के पांकी प्रखंड मुख्यालय में दो पक्षों के बीच हिंसक झड़प हुई थी। दोनों पक्षों की तरफ से पथराव किया गया। अराजक तत्वों ने घर, गुमटियों व कार में आग लगा दी गयी थी। पुलिस वाले भी इस हिंसा में घायल हुए थे। स्थिति पर नियंत्रण के लिए इंटरनेट बंद कर दिया गया था।
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