
रांची (झारखंड). ''बाप भला ना भैया...सबसे बड़ा रुपैया'' यह कहावत हमने अक्सर पैसों के लेनदेन के वक्त खूब सुनी है। लेकिन इस कहावत को हकीवत कर देने वाला एक दिल दहला देने वाली घटना झारखंड के हजारीबाग जिले से सामने आई है। जहां जमीन और पैसे के विवाद में एक नाबालिग यानि छोटे भाई ने अपने बड़े भाई का अपहरण कर उसे मार डाला। आरोपी ने जिस तरीके से इस हत्या को अंजाम दिया है, वह रोंगटे खड़े कर देने वाला है।
फिल्मी अंदाज में अहरण के बाद की हत्या
दरअसल, यह खौफनाक घटना गुमला जिले के रायडीह थाना क्षेत्र में कचोंड़ा गांव में घटी है। जहां पैतृक संपत्ति की विवाद और हिस्सेदारी को लेकर छोटे भाई रोबोट मिंज और बड़े भाई अल्बर्ट मिंज के बीच पिछले कई महीनों से विवाद चला आ रहा था। विवाद इतना बढ़ गया कि छोटे ने बड़े का अपहरण कर लिया। इसके बाद उससे फिरौती मांगी, जब उसने देने से मना कर दिया तो धारधार हथियार से उसकी हत्या कर दी।
आधी रात को बड़े भाई को मारने पहुंचा था छोटा भाई
बताया जाता है कि दोनों भाइयों में विवाद के बीच छोटे भाई ने बड़े भाई पर पंचायत पर दबाव डालकर अपने पक्ष में फैसला सुनाने का आरोप लगाता था। इसे लेकर दोनों में पहले ही भी कई बार विवाद हुआ था। लेकिन शनिवार रात को दोनों के बीच इतना विवाद हो गया कि एक दूसरे ने जान से मारने की धमकी दे डाली। आसपास के लोगों ने किसी तरह पहुंचकर उनके बीच का मामला शांत कराया। फिर आधी रात के बाद छाटा भाई शराब के नेश में धुत्त होकर पहुंचा और बड़े भाई रॉबर्ट मिंज का अपहरण कर लिया। फिर छोटे ने धारदार हथियार टांगी अपने बड़े भाई के सिर और गर्दन पर जोरदार मार दी। जिससे वह वह जमीन पर गिर गया और उसकी मौत हो गई। घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी फरार हो गया।
परिवार का रो-रोकर बुरा हाल...
अब घटना के बाद परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। उनको यकीन नहीं हो रहा है कि छोटे ने बड़े की हत्या कर दी। परिवार के लोग होली की तैयारी कर रहे थे, लेकिन घर में ही खून की होली खिल गई। परिवार ने बताया कि पैसों की लालच में एक बेटा इतना अंधा हो गया कि उसने अन्य आरोपियों के साथ मिलकर भाई का पहले अपहरण किया. इसके बाद अपने ही परिजनों को फोन कर 6 लाख रुपये की फिरौती मांगी। जब फिरौती पूरी नहीं हुई तो हत्या कर दी।
झारखंड की सरकार, खनन-उद्योग, आदिवासी क्षेत्रों की खबरें, रोजगार-विकास परियोजनाएं और सुरक्षा अपडेट्स पढ़ें। रांची, जमशेदपुर, धनबाद और ग्रामीण इलाकों की ताज़ा जानकारी के लिए Jharkhand News in Hindi सेक्शन फॉलो करें — विश्वसनीय स्थानीय रिपोर्टिंग सिर्फ Asianet News Hindi पर।