इंदौर से इस वक्त सबसे बड़ी खबर सामने आई है। यहां से कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी अक्षय कांति बम ने अपना नाम वापस ले लिया है। वह सोमवार सुबह भाजपा विधायक रमेश मेंदोला के साथ कलेक्टर कार्यालय पहुंचे और अधिकारियों से नामांकन वापस ले लिया।
इंदौर. मध्य प्रदेश से इस वक्त लोकसभा चुनाव को लेकर सबसे बड़ी खबर सामने आई है। इंदौर में कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय कांति बम ने अपना नाम वापस ले लिया है। वह सोमवार सुबह भाजपा विधायक रमेश मेंदोला के साथ कलेक्टर कार्यालय पहुंचे और अधिकारियों से नामांकन वापस ले लिया। अब बीजेपी प्रत्याशी और सांसद उम्मीदवार शंकर लालवानी जीत लगभग पक्की हो गई है। क्योंकि अक्षय के हटने से अब उनको कोई चिनौती देने वाला नहीं बचा है। बता दें कि नामांकन वापस लेने के बाद अक्षय कांति बम में भाजपा शामिल हो गए हैं।
कौन हैं इंदौर से नाम वापस लेने वाले अक्षय कांति बम
लोकसभा वोटिंग से पहले मैदान छोड़ने वाले अक्षय कांति बम यह वही हैं, जिन्होंने विधानसभा चुनाव के वक्त कांग्रेस से इंदौर की चार नंबर सीट से विधायक का टिकट मांगा था। लेकिन कांग्रेस ने उस वक्त उन्हें टिकट नहीं दिया था, लेकिन इस बार उन्हें लोकसभा का प्रत्याशी बनाया था। लेकिन अब उनके नाम वापस लेने को कांग्रेस के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। हैरान की बात यह है कि जिस शहर के कांग्रेस के अध्यक्ष जीतू पटवारी इंदौर के रहने वाले हैं, उसी से उनके प्रत्याशी ने उन्हें धोखा दे दिया है।
अक्षम बम कैलाश विजयवर्गीय के साथ आए नजर
बता दें कि नाम वापस लेने के बाद अक्षय बम की एक तस्वीर भी सामने आई है, जहां वो एक कार में इंदौर भाजपा विधायक रमेश मेंदोला और राज्य के मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के साथ नजर आ रहे हैं। वहीं मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने एक्स कर लिखा कि इंदौर से कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी अक्षय कांति बम का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के नेतृत्व में भाजपा में स्वागत है।
इंदौर कांग्रेस मुक्त....
कांग्रेस को बड़ा झटका मिलने के बाद भाजपा प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने एक्स पर लिखा-मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी का गृह नगर इंदौर कांग्रेस मुक्त....कांग्रेस मैदान से ग़ायब...कांग्रेस उम्मीदवार वापस...देश और प्रदेश को लेकर बड़े-बड़े दावे करने वाले पटवारी, देख ले इंदौर में कांग्रेस की स्थिति...इसके बाद अब जीतू पटवारी को अपने पद से इस्तीफ़ा दे देना चाहिये...