भगवान श्रीराम को लंका तक पहुंचाने वाले हनुमान जी आदिवासी थे, जिन्हें बाद में बानर बता दिया गया। दरअसल, यह विवादित बयन मध्य प्रदेश के पूर्व वन मंत्री और धार जिले से कांग्रेस विधायक उमंग सिंघार ने दिया है। जिन्होंने हनुमान की जो आदिवासी बताया है।
धार. मध्य प्रदेश के पूर्व वन मंत्री और धार जिले से कांग्रेस विधायक उमंग सिंघार ने विवादित बयान दिया है। इस एक बयान ने सिंघार को एक फिर सुर्खियों में ला लिया दिया है। सिंघार कहा कि भगवान श्रीराम को लंका तक पहुंचाने वाले आदिवासी थे, जिन्हें वानर बता दिया गया है। हनुमानजी को आदिवासी बता कर कांग्रेस नेता ने मध्य प्रदेश की सियासत में एक नए विवाद को जन्म दे दिया है।
सिंघार के बयान के बाद गरमा गई मध्य प्रदेश की राजानीति
दरअसल, यह विवादिय बयान उमंग सिंघार ने शुक्रवार को धार जिले में दिया है। वह भी उस वक्त जब वो जननायक भगवान बिरसा मुंडा की 123वीं पुण्यतिथि के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में जनता को संबोधित कर रहे थे। इस सिंघार के इस बयान के बाद मध्य प्रदेश की राजनीति गरमा गई है। बीजेपी नेताओं ने कांग्रेस पर हमला करना शुरू कर दिया है।
भगवान राम को लंका तक पहुंचाने वाले आदिवासी थे
बता दें कि उमंग सिंघार ने अपने भाषण की शुरूआत बिरसा मुंडा पुण्यतिथि पर राम राम नाम के साथ की। लेकिन फिर करने लगे कि भगवान राम को लंका तक पहुंचाने वाले आदिवासी थे... मैं तो कहता हूं कि हनुमान भी आदिवासी थे। गर्व से कहो कि हम आदिवासी हैं। हम बिरसा मुंडा के वशंज हैं, हम टंट्या मामा के वशंज हैं, हम हनुमानजी के वंशज हैं, हमें आदिवासी होने पर गर्व है।