मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष शबिस्ता जकी और उनके शौहर पर 8 जून की देर रात एक पुलिसवाले के बेटे ने जानलेवा हमला कर दिया। शबिस्ता के शौहर आसिफ जकी कांग्रेस के कार्यकारी जिला अध्यक्ष हैं।
भोपाल. मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष शबिस्ता जकी और उनके शौहर पर 8 जून की देर रात एक पुलिसवाले के बेटे ने जानलेवा हमला कर दिया। शबिस्ता के शौहर आसिफ जकी कांग्रेस के कार्यकारी जिला अध्यक्ष हैं। हमले में दोनों को बुरी तरह चोटें आई हैं। उन्हें लहूलुहान अवस्था में चिरायु अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका ट्रीटमेंट किया जा रहा है। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस बल तैनात किया गया है।
भोपाल में MBC में नेता प्रतिपक्ष शबिस्ता जकी पर क्यों हुआ हमला?
पुलिस की शुरुआती इन्वेस्टिगेशन के अनुसार, यह हमला एक खाली पड़े प्लॉट में नो पार्किंग के बोर्ड को लेकर हुआ बताया जाता है। श्यामला हिल्स थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है। घटनास्थल से कुछ दूरी पर है सीएम हाउस है और कमलनाथ सहित कई बड़े नेताओं-अफसरों के निवास हैं। कई बड़े दफ्तर और संस्थान हैं।
पुलिस के मुताबिक, श्यामला हिल्स थाने में पदस्थ एएसआइ महमूद अली के बेटे से वाहन पार्किंग को लेकर उनका विवाद हुआ था। आरोप है कि गुस्से में आकर महमूद अली के बेटे ने जकी दंपत्ति पर जानलेवा हमला कर दिया।
कौन हैं भोपाल BMC की नेता प्रतिपक्ष शबिस्ता जकी?
अगस्त, 2022 में कांग्रेस ने नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष पार्षद शबिस्ता जकी को बनाया था। नगर निगम की 85 सीटों में से 22 पर कांग्रेस पार्षद जीते थे। 58 भाजपा, जबकि 5 निर्दलीय विजयी रहे थे। शबिस्ता जकी वार्ड-24 से पार्षद हैं। वे लगातार तीसरी बार चुनाव जीती थीं।
नवंबर, 2022 में मीट पर बैन लगाने की मांग पर शबिस्ता जकी विवाद में आई थीं। भोपाल में मीट पर बैन को लेकर उठे मुद्दे पर जकी ने बयान दिया था कि मुस्लिम ही नहीं, सभी पंडित मांस खाते हैं। मांस बेचना और खाना स्वतंत्रता का अधिकार है। उनके इस बयान से राजनीति गर्मा गई थी।
इसी मई में भोपाल के पुराना किला (कमला पार्क) की शराब की दुकान गांधी भवन के सामने पॉलीटेक्निक चौराहा और फिर किलोल पार्क के पास स्थानांतरित करने का शबिस्ता जकी ने भारी विरोध किया था। पार्षद शबिस्ता जकी ने स्वास्थ्य विभाग व मलेरिया विभाग के कार्यालय के सामने शराब दुकान खोले जाने का विरोध किया था। यह मामला भी गर्माया था।
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