इंदौर के महात्मा गांधी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज में हैलोवीन पार्टी आयोजन पर विवाद, गंगाजल से शुद्धिकरण हुआ। मेडिकल समुदाय ने इसका विरोध किया और एफआईआर की मांग की। जानिए पूरी घटना।
इंदौर। महात्मा गांधी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज के परिसर में हाल ही में आयोजित की गई 'हैलोवीन पार्टी' को लेकर मेडिकल समुदाय में हंगामा मच गया। पार्टी के बाद गंगाजल छिड़ककर परिसर को शुद्ध किया गया। मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन (MTA) और डॉक्टरों ने कॉलेज के ऐतिहासिक किंग एडवर्ड मेडिकल स्कूल भवन में गंगाजल छिड़ककर 'शुद्धिकरण' किया। इस भवन का निर्माण 1878 में ब्रिटिश काल में हुआ था।
क्या है हैलोवीन पार्टी?
हैलोवीन को करीब 2000 साल पहले ‘आल सेट्स डे’ के नाम से उत्तरी यूरोप में मनाया जाता था। इतिहासकारों की मानें तो हैलोवीन प्राचीन सेल्टिक त्योहार (सम्हैन) से संबंधित है. मान्यता है कि इस दिन मरे हुए लोगों की आत्माएं उठती हैं और धरती पर मौजूद जीवित आत्माओं को नुकसान पहुंचाने के लिए परेशानी पैदा करती हैं। हैलोवीन में इन बुरी आत्माओं के डर को भगाने के लिए लोग डेविल बनते हैं और भूत जैसे कपड़े पहनते हैं. बुरी आत्माओं को भगाने के लिए हर जगह आग जलाकर उसमें जानवरों की हड्डियां फेंकी जाती हैं।
एमटीए अध्यक्ष ने बताई गंगाजल से शुद्धीकरण की बताई वजह
MTA के अध्यक्ष राहुल रोकड़े ने बताया कि हमें जानकारी मिली कि इस ऐतिहासिक भवन में हाल ही में एक हैलोवीन पार्टी आयोजित की गई थी, जिसके विरोध में हमने गंगाजल छिड़ककर इसे शुद्ध किया। उन्होंने कॉलेज प्रशासन से मांग की कि इस घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाए।
कालेज प्रशासन ने ऐसी किसी पॉर्टी की अनुमति देने से किया इनकार
वहीं, कॉलेज के डीन डॉ. संजय दीक्षित ने दावा किया कि कॉलेज ने किसी 'हैलोवीन पार्टी' की अनुमति नहीं दी थी। उन्होंने बताया कि जैन सोशल ग्रुप नामक एक स्थानीय संगठन को भवन का निरीक्षण करने की अनुमति दी गई थी, लेकिन पार्टी की इजाजत नहीं दी गई। डॉ. दीक्षित ने कहा कि इस मामले की जांच की जाएगी।
दीवारों पर लिखे डरवाने संदेश और लगे भद्दे चित्र
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार भवन की दीवारों पर डरावने संदेश लिखे हुए थे, जिनमें "ओ स्त्री, कल आना" जैसी डरावनी फिल्म से प्रेरित पंक्तियां भी शामिल थीं। इसके अलावा कुछ जगहों पर आपत्तिजनक चित्र और अश्लील बातें भी उकेरी गई थीं, जिससे विवाद और बढ़ गया।
सोशल मीडिया पर ऐतिहासिक इमारत को भूतिया बताने की हो रही कोशिश
महात्मा गांधी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज के पूर्व छात्र और शासकीय सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के अधीक्षक डॉ. सुमित शुक्ला ने कहा कि सोशल मीडिया पर सामने आई तस्वीरों से पता चला कि इस ऐतिहासिक इमारत को भूतिया इमारत के रूप में चित्रित किया गया था, जो मेडिकल क्षेत्र की विरासत का अपमान है। उन्होंने इमारत के जीर्णोद्धार की मांग की ताकि इंदौर के चिकित्सा जगत का समृद्ध इतिहास सुरक्षित रह सके। हैलोवीन का त्योहार आमतौर पर 31 अक्टूबर को मनाया जाता है और यह भयावहता का उत्सव बन गया है, लेकिन मेडिकल कॉलेज के ऐतिहासिक परिसर में इसका आयोजन विवाद का कारण बना।
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