इंदौर में रामनवमी पर कैसे हुआ भयानक हादसा, अभी क्या है स्थिति...सब जानिए चश्मदीदों की जुबानी

मध्य प्रदेश के इंदौर में बेलेश्वर मंदिर में बड़ा हादसा हो गया। रामनवमी पर हवन के लिए बावड़ी की छत पर बैठे लोग अचानक छत धंसने से नीचे गिर गए। जिसमें अब तक 13 लोगों की मौत हो गई है। वहीं 17 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है।  

Arvind Raghuwanshi | Published : Mar 30, 2023 12:32 PM IST / Updated: Mar 30 2023, 06:08 PM IST

इंदौर. मध्य प्रदेश की आर्थिक नगरी इंदौर में गुरुवार दोपहर बड़ा हदासा हो गया। जूनी थाना क्षेत्र के बेलेश्वर मंदिर में बावड़ी की छत धंस करीब 40 फीट नीचे धंस गई। जिसमें करीब 35 लोग उसमें गिर गए। अब तक इस हदासे में 13 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं पुलिस और एसडीआईआरएफ टीम ने स्थानीय लोगों की मदद से 17 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया है। हादसे पर प्रधानमंत्री मोदी ने दुख जताते हुए सीएम शिवराज सिंह चौहान से डिटेल में पूरी जानकारी ली है। आइए हम आपको बताते हैं कि आखिर यह हादसा कैसे हुआ और क्यों अचानक बावड़ी टूटकर धंस गई। मौके पर मौजदू चश्मीदीदों ने सब बताया है।

60 साल पुराना है ये प्रचीन मंदिर

दरअसल, मंदिर में रामनवमी के मौके पर मंदिर में सुबह से ही हवन-पूजन का कार्यक्रम चल रहा था। जिसमें शामिल होने के लिए दूर-दूर से लोग पहुंचे हुए थे। खासकर महिलाओं की संख्या ज्यादा थी। कुछ लोग पूजन कर रहे थे तो कुछ बावड़ी की छत पर बैठे हुए थे। वजन ज्यादा होने के कारण छत टूटकर नीचे समा गई। वहीं उस पर जितने भी लोग बैठे हुए थे सभी नीचे गिर गए। बताया जाता है कि मंदिर की छत करीब 15 साल पुरानी थी। जिसमें दरारें आ चुकी थीं। इसके बाद भी लोग उस पर इतनी संख्या में बैठ गए। छत कमजोर और वजन ज्यादा होने के कारण यह हादसा हो गया

हवन कीआहुति देने बावड़ी की छत पर बैठे थे लोग

प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि मंदिर में हवन करने के लिए काफी संख्या में भीड़ आई थी। सभी का हवन के लिए नंबर आ रहा था, लेकिन जिनका नंबर नहीं आया था वह लो बावड़ी वाले हिस्से पर जाकर बैठ गए। बावड़ी पर बैठने वालों में अधिकतर महिलाएं और बच्चे शामिल थे। लेकिन उनको क्या पता था कि वह मौत के इंतजार में वहां पर बैठे हुए हैं।

एसपी-कमिश्नर और विधायक सब मौके पर

हादसे की खबर लगते ही स्थानीय पुलिस प्रशासन से लेकर तमाम बड़े अधिकारी पहुंच गए। वहीं क्षेत्रीय विधायक आकाश विजयवर्गीय व पूर्व मंत्री जीतू पटवारी भी मौके पहुंचे । वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस हादसे के बाद डीएम और कमिश्नर से फोन पर बात की और जल्द से जल्द फंसे हुए श्रद्धालुओं को बाहर निकालने के निर्देश दिए। सीएम शिवराज पूरे हादसे पर नजर बनाए हुए हैं। वहीं पूर्व सीएम कमलनाथ ने भी हादसे पर दुख जताते हुए अपने विधायकों को मौक पर पहुंचने के निर्देश दिए हैं।

60 साल पुराना है ये प्रचीन मंदिर

बता दें कि बेलेश्वर मंदिर मंदिर बहुत ही फेमस और प्राचीन मंदिर है। यह मंदिर करीब 60 साल पुराना है। यहां हर साल राम नवमी के मौके पर भव्य कार्यक्रम का आयोजन होता है। मंदिर समीति ने इस बार भी बड़े स्तर पर हवन-पूजा का कार्यक्रम आयोजित किया था।

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