
इंदौर/भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव और गीता जयंती के शुभ अवसर पर मध्यप्रदेश के पहले शासकीय ‘अत्याधुनिक गीता भवन’ का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि इसी तरह के गीता भवन आगे सभी नगर निगम, नगर पालिका और नगर पंचायतों में भी बनाए जाएंगे।इंदौर का यह नया गीता भवन परंपरा और आधुनिकता का अनूठा मेल है। स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत गोपाल मंदिर परिसर को आधुनिक गीता भवन के रूप में विकसित किया गया है, जहाँ नागरिकों के लिए कई आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मालवा की गौरवशाली परंपरा, कृष्ण भक्ति और गीता का संदेश मध्यप्रदेश को दिशा देता है। उन्होंने बताया कि भगवान कृष्ण ने उज्जैन में शिक्षा प्राप्त की और मालवा क्षेत्र उनकी लीलाओं से जुड़ा हुआ है। उन्होंने रानी अहिल्याबाई होलकर को याद करते हुए कहा कि उन्होंने देशभर के तीर्थ स्थलों का पुनर्निर्माण कराया। मुख्यमंत्री ने कहा कि गीता जीवन के हर चरण में मार्गदर्शन देती है और संकट के समय शक्ति प्रदान करती है। गीता के जरिए भक्ति, ज्ञान और कर्म मार्ग से मोक्ष का रास्ता मिलता है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि इस वर्ष गीता जयंती पर प्रदेश में कई नए रिकॉर्ड बने हैं। उन्होंने गीता प्रतियोगिताओं के विजेताओं की घोषणा करते हुए कहा कि विजेताओं को नगद राशि, ई-रिक्शा, ई-बाइक, लैपटॉप आदि पुरस्कार दिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि भगवान कृष्ण का जीवन संगठन, साहस, धर्म रक्षा और अन्याय के प्रतिकार का संदेश देता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की स्मार्ट सिटी योजना के जरिए राज्य में विरासत के संरक्षण के साथ तेज विकास हो रहा है। इंदौर का नया गीता भवन इसी दिशा में किया गया बड़ा प्रयास है।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने वीर भारत न्यास की दो पुस्तकों—रामेश्वर लखनलाल पाटीदार द्वारा लिखित ‘श्रीकृष्ण चरित मानस’ और राघवदास पंडितदास की ‘अमृतस्य अवंतिका’—का विमोचन किया। उन्होंने श्रीकृष्ण चरित मानस के लेखक को पाँच लाख रुपये देने की घोषणा भी की। इसके बाद उन्होंने संजीव मालवीय द्वारा निर्देशित कृष्ण लीलाओं पर आधारित नृत्य नाटिका भी देखी।
महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि इंदौर के लिए यह दिन ऐतिहासिक है। मुख्यमंत्री ने शहर को आधुनिक गीता भवन और विकसित गोपाल मंदिर परिसर की सौगात दी है। उन्होंने कहा कि गीता हमें अपने धर्म और कर्तव्य का पालन करने की प्रेरणा देती है। आज प्रदेश में मुख्यमंत्री के नेतृत्व में नई सांस्कृतिक ऊर्जा देखी जा रही है।
समारोह से पहले मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने गोपाल मंदिर में पूजन-अर्चन कर प्रदेश की सुख-समृद्धि की कामना की। उन्होंने मंदिर में विकसित की गई नई सुविधाएं—विशेषकर लाइब्रेरी और प्रदर्शनी कक्ष का निरीक्षण किया।
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत गोपाल मंदिर में आकर्षक और तकनीकी सुविधाओं से युक्त एक 550 सीट का शानदार सभागृह बनाया गया है। यहाँ सांस्कृतिक कार्यक्रम, प्रवचन और शैक्षणिक कार्यक्रम आसानी से आयोजित किए जा सकेंगे।
गीता भवन में 50 सीट वाले शांत रीडिंग हॉल और आधुनिक डिजिटल लाइब्रेरी की स्थापना की गई है। यहाँ अध्यात्म, दर्शन, योग, भारतीय संस्कृति और जीवन प्रबंधन से जुड़ी लगभग 1200 पुस्तकों का संग्रह मौजूद है। डिजिटल आर्काइव के माध्यम से ई-बुक्स, ऑडियो-वीडियो व्याख्यान और ऑनलाइन कोर्स तक आसान पहुंच उपलब्ध है। लाइब्रेरी का वातावरण प्राकृतिक रंगों, आध्यात्मिक कलाकृतियों, इनडोर पौधों और सौम्य प्रकाश व्यवस्था को ध्यान केंद्रित माहौल प्रदान करता है।
मंदिर परिसर के पुनर्विकसित भागों में आधुनिक प्रदर्शनी कक्ष बनाए गए हैं, जिनके माध्यम से धार्मिक विरासत, कला और संस्कृति का संरक्षण और प्रोत्साहन एक साथ सुनिश्चित किया गया है। यह स्थान जनता के लिए समावेशी सांस्कृतिक केंद्र के रूप में विकसित किया गया है।
मध्य प्रदेश में सरकारी नीतियों, योजनाओं, शिक्षा-रोजगार, मौसम और क्षेत्रीय घटनाओं की अपडेट्स जानें। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर सहित पूरे राज्य की रिपोर्टिंग के लिए MP News in Hindi सेक्शन पढ़ें — सबसे भरोसेमंद राज्य समाचार सिर्फ Asianet News Hindi पर।