मध्य प्रदेश के इंदौर में बीएससी की एक छात्रा ने एग्जाम का पेपर खराब होने की वजह से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। यह बात उसने फोन पर अपनी मॉं को बताई भी थी कि उसका केमिस्ट्री का पेपर खराब हुआ है। उसकी वजह से वह तनाव में थी।
इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर में बीएससी की एक छात्रा ने एग्जाम का पेपर खराब होने की वजह से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। यह बात उसने फोन पर अपनी मॉं को बताई भी थी कि उसका केमिस्ट्री का पेपर खराब हुआ है। उसकी वजह से वह तनाव में थी। छात्रा की मॉं संगीता ने उसे समझाया भी था। पर उस पर इसका कोई असर नहीं पड़ा और उसने अपनी जिंदगी खत्म करने जैसा खौफनाक कदम उठा लिया।
पुलिस ने बरामद किया सुसाइड नोट
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ग्राम सिंघाना धार की रहने वाली हर्षिता (21) एक्रोपालिस कॉलेज की बीएससी अंतिम वर्ष की छात्रा थी और यहां संत नगर में किराए का कमरा लेकर पढ़ाई करती थी। एग्जाम के दौरान उसका एक पेपर अच्छा नहीं हुआ था। उसी के चलते वह तनाव में थी। पुलिस ने घटना स्थल से सुसाइड नोट बरामद किया है।
प्रतियोगी परीक्षाओं की कर रही थी तैयारी
हर्षिता का पढ़ाई के दौरान ही बेंगलुरु की एक कम्पनी में दस लाख के पैकेज पर चयन हुआ था। एग्जाम के बाद उसे बेंगलुरु शिफ्ट होना था। परिजनों का कहना है कि हर्षिता का सपना कलेक्टर बनने का था। उसी सिलसिले में वह प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रही थी।
सुसाइड नोट में लिखा-डियर पापा आईएम सॉरी
हर्षिता ने सुसाइड नोट में 'डियर पापा आईएम सॉरी' लिखा है। दो लाइन के सुसाइड नोट में छात्रा ने लिखा है कि आपकी बेटी बहुत स्ट्रॉन्ग है पापा, पर यहां आपकी बेटी हार गई। पुलिस ने मौके से शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया।
भाई के कॉल का नहीं मिला था रिस्पांस
मृत छात्रा हर्षिता का छोटा भाई गौरव भी इंदौर में रहकर लॉ की पढ़ाई करता है। पांच दिन पहले ही वह घर आया था। गौरव ने बहन से बात करने के लिए मंगलवार को कॉल की तो उसका फोन नहीं उठा। अनहोनी की आशंका के चलते उसने अपने चचेरे भाई विनोद को फोन किया और उसे हर्षिता के कमरे पर जाने के लिए कहा। विनाेेद जब छात्रा के कमरे पर पहुंचा तो दरवाजा बंद था। कई बार आवाज देने के बाद भी जब दरवाजा नहीं खुला। तब गेट तोड़ा गया। कमरे का दृश्य देखकर विनोद के होश उड़ गए, हर्षिता का शरीर फांसी के फंदे से झूल रहा था। तब घटना की सूचना पुलिस को दी गई।