
Investment Opportunities In PM Mitra Park: नई दिल्ली में आयोजित पीएम मित्रा पार्क में निवेश के अवसर (Investment Opportunities in PM Mitra Park) इंटरैक्टिव सेशन ने निवेशकों का ध्यान मध्यप्रदेश के बदनावर, धार जिले में विकसित हो रहे ₹2000 करोड़ के टेक्सटाइल हब की ओर खींचा है। PM Mitra Park Badnawar Dhar न केवल भारत के वस्त्र उद्योग के लिए गेमचेंजर साबित हो सकता है, बल्कि यह पश्चिमी मध्यप्रदेश के मेट्रोपॉलिटन विकास के सपने को भी साकार कर सकता है। 2158 एकड़ में फैले इस पार्क में भूमि मात्र ₹1 प्रति वर्ग मीटर प्रीमियम पर उपलब्ध होगी, जिससे निवेशकों को सुनहरा अवसर मिल रहा है। 11 सितंबर तक भूमि आवंटन के आवेदन खुले हैं, जो इसे देशभर में सबसे प्रतिस्पर्धी निवेश योजना बना रहा है।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजना पीएम मित्रा पार्क का उद्देश्य भारत को वैश्विक टेक्सटाइल मैन्युफैक्चरिंग हब बनाना है। धार का यह प्रोजेक्ट इस दिशा में सबसे बड़ा कदम माना जा रहा है। मात्र ₹1 प्रति वर्ग मीटर प्रीमियम दर और ₹120 प्रति वर्ग फुट विकास शुल्क पर भूमि उपलब्ध कराना, इसे देश के सभी पीएम मित्रा पार्कों में सबसे सस्ता और निवेशकों के लिए सबसे आकर्षक विकल्प बनाता है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि नई दिल्ली में "इन्वेस्टमेन्ट अपॉर्च्यूनिटीज इन पीएम मित्रा पार्क का इंटरैक्टिव सेशन होगा। इसमें केन्द्रीय टैक्सटाइल मंत्री गिरिराज सिंह भी शामिल होंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि बदनावर धार में 2158 एकड़ से अधिक क्षेत्र में 2000 करोड़ रूपए से अधिक की अनुमानित लागत से विकसित हो रहे टेक्सटाइल हब-पीएम मित्रा पार्क से पश्चिम मध्यप्रदेश में मेट्रोपॉलिटन एरिया विकास के स्वप्न को साकार करने में मदद मिलेगी। इस प्रोजेक्ट से 1 लाख प्रत्यक्ष और 2 लाख अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर पैदा होंगे। यह न सिर्फ धार, बल्कि पश्चिम मध्यप्रदेश को उद्योग और रोजगार का नया केंद्र बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित हो सकता है। इसके साथ ही स्थानीय कारीगरों और MSME सेक्टर के लिए भी यह पार्क नए अवसर लेकर आएगा।
PM Mitra Park का लोकेशन, अत्याधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर और ₹120 प्रति वर्ग फुट विकास शुल्क जैसे न्यूनतम दरें इसे निवेशकों के लिए देश का सबसे आकर्षक निवेश स्थल बनाती हैं। यह प्रोजेक्ट मध्यप्रदेश को इंडिया का टेक्सटाइल हब बनाने के विज़न को तेज़ी से आगे बढ़ा रहा है। 11 सितंबर तक भूमि आवंटन के आवेदन खुले हैं। निवेशकों के लिए यह समय एक निर्णायक मोड़ साबित हो सकता है क्योंकि यह प्रोजेक्ट न सिर्फ लागत-प्रभावी है, बल्कि सरकार की ओर से मिलने वाले कर लाभ और आधारभूत संरचना इसे भविष्य का निवेश केंद्र बना रहे हैं।
पश्चिमी मध्यप्रदेश के लिए इस पार्क को मेट्रोपॉलिटन एरिया डेवलपमेंट (Metropolitan Area Development) का प्रतीक माना जा रहा है। इंदौर के पास होने के कारण यह इंडस्ट्रीज़ के लिए ग्लोबल कनेक्टिविटी भी प्रदान करेगा। विशेषज्ञों का मानना है कि यह प्रोजेक्ट न केवल कपड़ा उद्योग, बल्कि टूरिज्म और लॉजिस्टिक्स सेक्टर को भी गति देगा।
ग्वालियर, चंबल और सागर संभाग में पर्यटन निवेश के बाद, यह प्रोजेक्ट मध्यप्रदेश को टेक्सटाइल इंडस्ट्री में वैश्विक स्तर पर पहचान दिला सकता है। सरकार का अनुमान है कि बदनावर टेक्सटाइल हब अंतर्राष्ट्रीय कंपनियों को आकर्षित करेगा और "मेक इन इंडिया" को मजबूत करेगा।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा लॉन्च की गई विक्रमादित्य वैदिक घड़ी (Vikramaditya Vedic Clock) भी इस आयोजन का खास आकर्षण रही। यह घड़ी 189 भाषाओं में उपलब्ध होगी और भारतीय कालगणना पर आधारित विश्व की पहली तकनीक मानी जा रही है।
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