Jaipur Tanker Blast: अब तक 11 मौत, 35 इलाजरत, 14 लापता, PHOTO देख दहज जाएगा दिल

जयपुर अजमेर हाईवे पर भांकरोटा में हुए एलपीजी टैंकर के विस्फोट में 11 लोगों की मौत हो गई, जबकि 35 घायल और 14 लापता हैं। ट्रैफिक डायवर्जन के चलते हाईवे पर कई किलोमीटर लंबा जाम लग गया। स्थानीय लोग ट्रक ड्राइवरों की मदद कर रहे हैं।

Surya Prakash Tripathi | Published : Dec 20, 2024 1:03 PM IST / Updated: Dec 20 2024, 06:48 PM IST
118
Jaipur Tanker Blast: अब तक 11 मौत, 35 इलाजरत, 14 लापता, PHOTO देख दहज जाएगा दिल

जयपुर अजमेर हाईवे पर भांकरोटा में हुए एलपीजी टैंकर के विस्फोट में 11 लोगों की मौत हो गई, जबकि 35 घायल और 14 लापता हैं।

218
भूख से बिलबिलाते रहे ड्राइवर व राहगीर

ट्रैफिक डायवर्जन के चलते हाईवे पर कई किलोमीटर लंबा जाम लग गया। स्थानीय लोग ट्रक ड्राइवरों की मदद कर रहे हैं। भूख से ड्राइवर और यात्री बिलबिलाते रहे। कुछ लोगों की पुलिस वालों ने मदद की। 

318
पेट्रोल पंप के पास हुआ ये भीषण अग्निकांड

राजस्थान की राजधानी जयपुर में शुक्रवार सुबह भांकरोटा पेट्रोल पंप के पास हुए एक भीषण अग्निकांड ने पूरे क्षेत्र को हिला कर रख दिया। शुक्र था कि पेट्रोल पंप तक आग नहीं पहुंची नहीं तो स्थिति और भी दयनीय होती।

418
पाइप फैक्ट्री को पूरी तरह से हो गई नष्ट

इस घटना के बाद इलाके में स्थिति और भी भयावह हो गई, क्योंकि धमाके के बाद लगी आग ने पास के पाइप फैक्ट्री को पूरी तरह से नष्ट कर दिया और पेट्रोल पंप का कुछ हिस्सा भी जल गया।

518
चौतरफा छा गई थी धुंध

आग की लपटें इतनी तेज थीं कि हाइवे पर गुजर रहे कई वाहन भी आग की चपेट में आ गए। इस बीच, इलाके में धुंआ इतना ज्यादा हो गया कि दृश्यता कम हो गई और कई वाहनों की आपस में टक्कर हो गई।

618
बस में सवार 10 सवारी अभी भी लापता

 भांकरोटा इलाके में हुए इस हादसे की चपेट में एक बस भी आई, जिसमें 32 सवारियों में से 22 से संपर्क हो चुका है। बाकी 10 सवारियों के बारे में अभी तक कोई जानकारी नहीं मिल पाई है।

718
जयपुर-अजमेर हाईवे पर लगा कई किलोमीटर लंबा जाम

घटना के बाद ट्रैफिक डायवर्जन के चलते जयपुर-अजमेर हाईवे पर कई किलोमीटर तक जाम लग गया। रोड नंबर 14 पर फंसे ट्रक ड्राइवरों को स्थानीय लोग और ट्रांसपोर्टर खाने-पीने का सामान दे रहे हैं।

818
जारी किए गए ये हेल्पलाइन नंबर

पुलिस ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं ताकि दुर्घटना से प्रभावित वाहनों और लोगों की जानकारी ली जा सके। ये नंबर हैं-9166347551, 8764688431, 7300363636

918
पुलिस ने सिर्फ 37 वाहनो के जलने की पुष्टि की

जयपुर पुलिस ने इस हादसे में कुल 37 वाहनों के आग की चपेट में आने की पुष्टि की है, जिनमें ट्रक, बस, ट्रेलर, कार और मोटरसाइकिल शामिल हैं। हादसे की जांच जारी है और प्रशासन स्थिति पर कड़ी नजर बनाए हुए है। हालांकि ये आंकड़ा 50 के पार बताया जा रहा है।

1018
मुख्यमंत्री ने मौके पर पहुंचकर किया निरीक्षण

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने मोके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और हर जरूरी निर्देश दिए। उन्होंने घटना की जांच कराकर कार्रवाई और मुआवजे का भी ऐलान किया है।

1118
सीएम ने कहा सरकार पीड़ितों के साथ

सीएम भजनलाल शर्मा ने कहा कि यह बहुत दुखद घटना है। इस दुख की घड़ी में मृतक और घायलों के परिजनों के साथ सरकार पूरी तरह से है। सरकार इन्हें हर संभव मुआवजा देकर मदद करेगी।

1218
बंद कर दिए गए थे स्कूल

इस भीषण हादसे के बाद हाइवे पर ट्रैफिक डायवर्ट कर दिया गया और आसपास के स्कूलों में अवकाश कर दिया गया। क्रेन की मदद से जले हुए वाहनों को हाईवे से हटाया गया।

1318
देखते ही देखते आग का गोला बन गए लोग और गाड़ियां

इस हादसे के चश्मदीद शत्रुघ्न शाह ने बताया कि चारो तरफ सफेद धुंध छा गई थी और गैस की महक की वजह से सांस लेने में दिक्कत होने लग गई थी। यह देखे मेरे मन में ये ख्याल आया कुछ हो सकता है। इसलिए अपना ऑटो छोड़कर भागा और देखते ही देखते आग की लपटों ने सब कुछ अपने वश में ले लिया। 

1418
प्रत्यक्षदर्शी ने बताया खौफनाक मंजर

शत्रुघ्न शाह के मुताबिक आग से बचने का पूरा प्रयास किया, उसके बावजूद भी अपने आप को नहीं बचा पाया। हमने 15-20 लोगों को भागते देखा, उसमें कुछ लोग जल रहे थे तो कुछ लोग नंगे दौड़ रहे थे। जब हादसा हुआ उस समय करीब में लगभग 15 गाड़ियां थीं और अन्य गाड़ियां दूसरी तरफ थी।

1518
चारों तरफ छा गया था धुंआ, सांस लेने में भी हो रही थी तकलीफ

प्रत्यक्षदर्शी शुभम झा के मुताबिक चारों तरफ धुआ देख वो घबरा गए और घबराहट में ही उन्होंने अपना ऑटो छोड़ दिया और वहां से भाग खड़े हुए, लेकिन इतने में ही पास में जल रहे अलाव की वजह से गैस ने तुरंत आंच पकड़ी और देखते ही देखते  करीब दो किलोमीटर का एरिया आग और गैस रिसाव की जद में आ गया।

1618
आग की जद में जो आया, वो स्वाहा हो गया

शुभम के मुताबिक जो भी आग की जद में आया, वह स्वाहा हो गया। चाहे फिर वह ट्रक रहा हो बड़े-बड़े टैंकर रहे हो, छोटी गाड़ियां रही हो या फिर बस रही हो। लोगों को इतना समय नहीं मिला कि लोग वहां से निकाल सकते।

1718
गलत कट के कारण हुई इतनी बड़ी दुर्घटना

तीसरे चश्मदीद संदीप राठौड़ के अनुसार जहां ये दुर्घटना हुई, वहां सड़क पर गलत कट बना है। इसी वजह से हादसा हुआ है। यहां पर आए दिन एक्सीडेंट होते रहते हैं। कुछ दिन पहले भी एक हादसा इसी जगह हुआ था। उसमें भी गैस टैंकर था। अगर उस घटना से सीख ले ली गई होती तो शायद आज ये न होता।  

1818
स्थिति सामान्य करने में जुटा पुलिस प्रशासन

फिलहाल पुलिस एवं जिला प्रशासन मौके के हालात सामान्य करने में जुटा है। मृतकों का आंकड़ा जरूर बढ़ रहा है लेकिन पहचान अभी सिर्फ 3 की ही हो पाई है। 14 लोग लापता बताए जा रहे हैं, जबकि 8 अभी अननोन है। 

Share this Photo Gallery
click me!

Latest Videos