बीजेपी ने बालाघाट विधानसभा से कैबिनेट मंत्री गौरीशंकर बिसेन की बेटी मौसमी बिसेन को टिकट दिया है। लेकिन आज गुरुवार को बेटी की जगह पिता ने नामांकन दाखिल कर सबको चौंका दिया है।
बालाघाट. मध्य प्रदेश के 230 विधानसभा चुनाव के लिए 17 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। इसी बीच तमाम उम्मीदवार अपना नामांकन भरने लगे हैं। इसी बीच बालाघाट सीट से अनोखा मामला देखने को मिला है। यहां से बीजेपी ने कैबिनेट मंत्री गौरीशंकर बिसेन की बेटी मौसम बिसेन को प्रत्याशी बनाया था, लेकिन बेटी की जगह पिता गौरीशंकर बिसेन ने आज बालाघाट सीट से नामांकन भर दिया है। इसको लेकर सियासी गलियारों में खूब चर्चा हो रही है। आखिर क्या वजह है जो मंत्री ने बेटी का नामंकन भरा...
इस वजह से बेटी नहीं भर पाईं अपना नामंकन
दरअसल, बीजेपी ने बालाघाट विधानसभा से शिवराज सरकार में कैबिनेट मंत्री गौरीशंकर बिसेन की बेटी मौसमी बिसेन को टिकट दिया है। आज उनको अपना नामांकन भरना था। लेकिन खबर है कि उनकी इस बीच तबीयत खराब हो गई, मौसम बिसेन सिकलसेल बीमारी से पीड़ित हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि सुरक्षा की दृष्टि से गौरीशंकर बिसेन ने यह नामंकन भरा है। वहीं सियासी गलियारों में चर्चा है कि अगर मौसमी के स्वास्थ्य में अगर कोई सुधार नहीं होता है तो बीजेपी यहां से गौरीशंकर बिसेन को ही चुनाव लड़ा सकती है। हालांकि बिसने ने पहले ही निर्दलीय फॉर्म भर दिया है ताकि बैकअप के तौर पर एक विकल्प बना रहे
7 बार के विधायक और दो बार सासंद हैं बिसेन
गौरीशंकर बिसेन की गिनती मध्य प्रदेश के बीजेपी के सीनियर नेताओं में होती है। वह बालाघाट विधानसभा से 7 बार के विधायक और दो बार सासंद हैं। उनको प्रदेश में राजनीति करते हुए करीब 36 साल हो गए हैं। एक बार भी वह अपना कोई भी चुनाव नहीं हारे हैं। बिसेन राजनीति में लोहा मनवाकर राजनीतिक शिखर पर बैठे हैं। अब कहीं लोग चर्चा कर रहे हैं कि इस बार भी वह 2023 का विधानसभा चुनाव लड़ेंगे।