मध्य प्रदेश के वन मंत्री विजय शाह ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के रूप में काम करने वाली अपनी पत्नी के वेतन में देरी पर सवाल उठाने पर एक युवक को मंच से ही धमका दिया। यह वीडियो 13 फरवरी का है।
खंडवा. मध्य प्रदेश में इसी साल होने जा रहे विधानसभा चुनाव की तैयारियों के मद्देनजर सत्तारूढ़ भाजपा प्रदेश में 'विकास यात्रा' निकाल रही है। यह यात्रा 5 फरवरी से शुरू हुई। इसे लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कहते आए हैं-'यह केवल कर्मकांड नहीं, यह जनता की जिंदगी बदलने का महाअभियान है।' हालांकि उनकी सरकार के मंत्री मानों कर्म से अधिक 'कांड' में बिलीव करते दिखते नजर आ रहा हैं।
मध्य प्रदेश के वन मंत्री विजय शाह ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के रूप में काम करने वाली अपनी पत्नी के वेतन में देरी पर सवाल उठाने पर एक युवक को मंच से ही धमका दिया। यह वीडियो 13 फरवरी का है। मंत्रीजी ने मंच से ही उस युवक को धमकी दी कि उसे थाने में बंद करवा दिया जाएगा और फिर पुलिस पुट्ठे तोड़ देगी।
यह घटना सार्वजनिक रूप से तब हुई जब मंत्री विजय शाह खंडवा जिले में 'विकास यात्रा' के तहत एक सभा को संबोधित कर रहे थे। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। वीडियो में मंत्री विजय शाह को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि 'उन्होंने सुना है कि कुछ लोग विकास यात्रा में गड़बड़ी करना चाहते हैं और उनके साथ सख्ती की जाएगी।'
शाह ने धमकाया-"हम लोगों के विकास के लिए काम कर रहे हैं और यहां तक कि अपनी जान भी दे देंगे। लेकिन जनसभाओं में हंगामा करते हुए किसी से भी सख्ती से निपटा जाएगा। अगर किसी ने सभा को बाधित करने की कोशिश की, तो पुलिस उसे बंद कर देगी और उसकी कूल्हा तोड़ देगी।"
यही नहीं, विजय शाह ने ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों को युवकों को बाहर निकालने का आदेश भी दिया।
हुआ यूं था कि एक युवक ने कथित तौर पर मंत्री से पूछा था कि उसकी पत्नी को आंगनवाड़ी केंद्र से वेतन क्यों नहीं मिल रहा है? बस फिर क्या था...इस सवाल पर मंत्री चिढ़ गए और युवक पर शराब के नशे में धुत होने का आरोप लगाया और कहा कि उसे सभा में रोड़ा अटकाने के लिए कांग्रेस द्वारा भेजा गया।
विजय शाह के राजनीतिक करियर की शुरुआत 90 के दशक में तब हुई थी, जब दिग्विजय सिंह की सरकार थी। सरकार के खिलाफ आंदोलन के दौरान उन्होंने पुलिस के काफी डंडे खाए थे। तब भाजपा को उनमें संभावनाएं नजर आईं और उन्हें विधानसभा का टिकट मिला।
नवंबर, 2020 में बालाघाट में 'शेरनी' की शूटिंग के दौरान भी उनका विवाद सामने आया था। वन मंत्री विजय शाह ने अभिनेत्री विद्या बालन को डिनर का निमंत्रण दिया था। चूंकि विद्या शूटिंग स्थल से काफी दूर रुकी हुई थीं, इसलिए उन्होंने आने में असमर्थता जताते हुए निमंत्रण ठुकरा दिया। इससे नाराज वन मंत्री ने शूटिंग में विघ्न डालने की कोशिश की। हालांकि मामला सरकार तक पहुंचा, तब शूटिंग शुरू की जा सकी। घटना 8 नवंबर को हुई थी। पढ़िए क्लिक करके डिटेल्स...
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