मदद करने गए, मरकर लौटे…एक बेजुबान के लिए 5 जानों की कुर्बानी, पढ़ें दिल दहला देने वाली कहानी

Published : Jun 25, 2025, 10:28 AM IST

MP Well Tragedy: गुना के आम बाग में कुएं में गिरा बछड़ा, बचाने उतरे 6 में से 5 की दम घुटने से मौत! जहरीली गैस या लापरवाही? गांव में मचा कोहराम, हर आंख नम… रेस्क्यू में भी दिखी प्रशासन की बेबसी।

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बछड़े को बचाने उतरे ग्रामीण, मौत के मुंह में समाए

गुना जिले के धरनावदा गांव में एक बछड़ा कुएं में गिर गया। उसे बचाने के लिए छह लोग एक-एक कर कुएं में उतरे, लेकिन ये बचाव प्रयास मौत में तब्दील हो गया। जहरीली गैस से पांच लोगों की दम घुटने से मौत हो गई।

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सुबह-सुबह आम के बाग में मचा हड़कंप

यह दर्दनाक हादसा सुबह 11 बजे के करीब हुआ जब मजदूर आम तोड़ रहे थे। तभी एक बछड़ा खेत में दौड़ता हुआ कुएं में जा गिरा। ग्रामीणों ने बचाने की कोशिश की, लेकिन कुएं के अंदर थी जानलेवा गैस।

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एक-एक कर कुएं में उतरे ग्रामीण

बिना किसी सुरक्षा उपायों के ग्रामीण बारी-बारी से कुएं में उतरे। लेकिन गहराई में जमा जहरीली गैस (संभावित कार्बन मोनोऑक्साइड) ने सबको बेहोश कर दिया। 3 की मौके पर ही मौत हो गई, दो अस्पताल में दम तोड़ बैठे।

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केवल एक बच पाया...वो भी मुश्किल से

6 लोगों में से सिर्फ एक को जिंदा निकाला गया, जिसकी हालत भी गंभीर रही। बाकी 5 की मौत ने पूरे गांव को सन्न कर दिया। हादसे के बाद बाग में मातम पसर गया।

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12 फीट पानी और गैस ने रोका रेस्क्यू

कुएं में लगभग 12 फीट तक पानी भरा था। गैस की मौजूदगी और पानी ने बचाव कार्य को बेहद मुश्किल बना दिया। SDERF, CISF और पुलिस की टीमें घंटों तक रेस्क्यू करती रहीं।

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जान गंवाने वालों के नाम सुन हर आंख नम

इस हादसे में जिनकी मौत हुई वे हैं: गुरुदयाल ओझा, मनु कुशवाह, सोनू कुशवाह, सिद्धार्थ सहरिया और शिवचरण साहू। ये सभी ग्रामीण अपने परिवारों के लिए रोज कमाने वाले थे।

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गाय को बचाने निकले थे, खुद चले गए

ग्रामीणों ने कहा– ये सभी बस एक बेजुबान जानवर को बचाना चाह रहे थे, लेकिन खुद को नहीं बचा पाए। मानवीयता का यह बलिदान पूरे गांव के लिए दर्द बन गया।

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परिजनों की मांग– मिले सरकारी नौकरी और सहायता

गांव वालों और परिजनों ने मुख्यमंत्री से मांग की कि मृतकों के परिजनों को आर्थिक मदद के साथ एक-एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए, ताकि परिवार का भविष्य सुरक्षित रह सके।

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प्रशासन से उठे सवाल: क्यों नहीं थी सुरक्षा?

कुएं में जहरीली गैस की आशंका पहले भी जताई जाती रही है। लेकिन गांवों में कोई जागरूकता या सुरक्षा उपाय नहीं अपनाए जाते। क्या ऐसी लापरवाही भविष्य में और जानें लेगी?

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गौसेवा में गए, पर खुद न बच सके...

सोशल मीडिया पर घटना वायरल होने के बाद लोगों ने कहा– “ये लोग एक मासूम जानवर को बचाने के लिए गए थे, लेकिन खुद ही काल का ग्रास बन गए।” घटना ने सबको झकझोर कर रख दिया।

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