
दो दिन पहले गुरूवार को मध्य प्रदेश के दो भाइयों ने उत्तराखंड के नैनीताल में जहर खा लिया था। अब पुलिस ने शनिवार को इस केस में बड़ा खुलासा किया है। मृतक लड़कों के मामा ने खुलासा करते हुए कहा कि मेरे दोनों भांजों को उनकी सगी बुआ ने आत्महत्या के लिए मजबूर किया था, जिसके कारण उन्होंने ना चाहकर भी इतने बड़े कदम उठाने के के लिए मजबूर हो गए। बता दें कि यह मामला रीवा जिले का है।
बच्चों के मामा ने पुलिस को बताया कि दोनों भांजे शिवेश मिश्रा और छोटा भाई बृजेश मिश्रा के माता-पिता की पहले ही मौत हो चुकी है। उन्होंने 6 महीने पहले सुसाइड कर लिय था। ऐसे में दोनों बच्चे अकेले हो गए, तो उनकी प्रॉपर्टी पर बुआ की नजर थी, इसलिए वह बच्चों को परेशान करती थी। दोनों अपने परिवार और बुआ से इतने परेशान हो चुके थे कि वह 26 अक्टूबर को घर से झगड़ा करके निकल गए थे, हालांकि दोनों बच्चे पुणे का कहकर निकले थे, लेकिन वह उत्तराखंड पहुंच गए।
बता दें कि 30 अक्टूबर को उत्तराखंड के काठगोदाम थाना क्षेत्र के बलूटी रोड किनारे जंगल में दोनों भाई बेहोशी की हालत में मिले थे। राहगीरों ने इस घटना की सूचना पुलिस को दी थी। जिसे बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों को हल्द्वानी के अस्पताल में भर्ती कराया। लेकिन एक युवक की मौत हो हो गई, जबकि दूसरे का इलाज नैनीताल में ही जारी है। उत्तराखंड पुलिस के सहयोग से एमपी पुलिस मामले की जांच कर रही है। मामा के बयान लेने के बाद आरोपी बुआ से भी पूछताछ की जाएगी।
Disclaimer: आत्महत्या किसी समस्या का हल नहीं है। अगर आपके मन में भी सुसाइड या खुद को चोट पहुंचाने जैसे ख्याल आ रहे हैं तो आप फौरन घर-परिवार, दोस्तों और साइकेट्रिस्ट की मदद ले सकते हैं। इसके अलावा आप इन हेल्पलाइन नंबरों पर कॉल करके भी मदद मांग सकते हैं। आसरा (मुंबई) 022-27546669, सुमैत्री (दिल्ली) 011-23389090, रोशनी (हैदराबाद) 040-66202000, लाइफलाइन 033-64643267 (कोलकाता)। स्पंदन (मध्य प्रदेश) 9630899002, 7389366696, संजीवनी: 0761-2626622, TeleMANAS 1-8008914416/14416, जीवन आधार: 1800-233-1250. मानसिक तनाव होने पर काउंसलिंग के लिए हेल्पलाइन नंबर 14416 और 1800 891
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