Indore News : इंदौर में 15 साल पहले एक युवती तीन महिलाओं की हत्या कर दी थी। इस केस ने पूरे देश को हिला दिया था। यह पहला केस था जब देश में पहली बार किसी युवती को तीन बार फांसी की सजा सुनाई गई हो।
इंदौर. यूपी में मेरठ हत्याकांड और मुस्कान (meerut saurabh murder case muskan sahil crime) की करतूत के बाद पूरे देशभर में चर्चा हो रही है कि आखिरकार एक महिला इतनी क्रूर कैसे हो सकती है। अपने ही पति सौरभ की हत्या कर 15 टुकड़े कर डाले। लेकिन इंसान इश्क में इतना अंधा हो जाता है कि वह अपना ही परिवार उजाड़ देता है और बाद में पछताता है। ऐसा ही दिल दहला देने वाला मामला आज से 15 साल पहले मध्य प्रदेश के इंदौर (Indore News) से सामने आया था। जहां एक बेटी ने अपने परिवार की तीन पढ़ियों को मौत के घाट उतार दिया था। युवती ने इस वारदात को सिर्फ अपने बॉयफ्रेंड के साथ अय्याशी करने के चक्कर में अंजाम दिया था। आइए जानते हैं इस मामले की पूरी डिटेल... और इस लेडी किलर के बारे में जो मेरठ की मुस्कान से भी खतरनाक थी....
दरअसल, यह वाक्या है 19 जून साल 2011 की...रोज की तरह इंदौरी लोग अपने कामों में लगे थे। लेकिन शाम करीब 5 बजे शहर की सबसे पॉश इलाके श्रीनगर इलाके में नेह वर्मा नाम की महिला ने पूरे इलाके को हिला दिया था, जब लोगों ने उसकी करतूत सुनी तो रोंगटे खड़े हो गए। क्योंकि उसने अपने प्रेमी के साथ मिलकर रोहणी फगसे (65), मेघा देशपांडे (50), अशलेखा नीलंजय (23) की हत्या कर दी। मृतक तीनों महिलाओं आपस में मां-बेटी और नातिन थीं। तीनों के शव उनके ही घर में खून से सने पड़े थे।
बता दें कि ट्रिपल मर्डर की मारस्टरमाइंड महिला नेहा वर्मा, कम समय में ज्यादा अमीर बनना चाहती थी। वह बॉयफ्रेंड राहुल चौधरी के साथ एशो-आराम की जिंदगी जीना चाहती थी। इसलिए उसने यह शॉर्टकर्ट अपनाया और मृतक महिलाओं के घर लूट करने की योजना बनाई। क्योंकि मेघा के पति बैंक मैनेजर थे और टूरिंग जॉब के चलते अक्सर वह घर से बाहर रहते थे। जिस दिन इस वारदात को अंजाम दिया उस दौरान घर में तीनों महिलाएं थीं। बताया जाता है कि आरोपी नेहा ने पहले मेघा से दोस्ती बढ़ाई और फिर उनके घर आना जाना किया। मौका मिलते ही 19 जून की शाम अंजाम दिया। हत्या और लूटपाट के बाद वह फारर हो गई। लेकिन इस घटना में उसका मनोज नाम का साथी गोली लगने से घायल हो गया। जिसका इलाज एक अस्पताल में चल, वहीं से पुलिस ने उसे पकड़ा और पूरी कहानी सामने आ गई।
इंदौर की सेशन कोर्ट ने इस मामले को रयोरेस्टे ऑफ रेयर केस माना था। इस मामले में सुनवाई करते हुए अदालत ने तीन महिलाओं की हत्या का दोषी करार दिया और तीनों आरोपियों को तीन बार फांसी की सजा सुनाई थी। यह पहला केस था जब देश में पहली बार किसी युवती को इस तरह फांसी की सजा सुनाई गई हो। वहीं मध्यप्रदेश में किसी महिला एक ही क्राइम में तीन बार फांसी की सजा सुनाए जाने का भी यह पहला मामला था। लेकिन जब मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा तो इसे फांसी से उम्रकैद में तब्दील कर दिया। इस ट्रिपल मर्डर ने पूरे शहर को हिलाकर रख दिया था।