यह तस्वीर मध्य प्रदेश के श्योपुर से सोशल मीडिया पर वायरल है। इन दिनों यहां टेम्परेचर 'हाई' है। यानी नंगे पैर तो छोड़िए, घर से बाहर निकलना भी मुश्किल है। ऐसे में एक मां अपने मासूम बच्चों को तपती जमीन से बचाने चप्पल के बजाय पॉलिथीन लपेटे देखी गई।
श्योपुर. यह तस्वीर मध्य प्रदेश के श्योपुर से सोशल मीडिया पर वायरल है। इन दिनों यहां टेम्परेचर 'हाई' है। यानी नंगे पैर तो छोड़िए, घर से बाहर निकलना भी मुश्किल है। ऐसे में एक मां अपने मासूम बच्चों को तपती जमीन से बचाने चप्पल के बजाय पॉलिथीन लपेटे देखी गई।
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यह तस्वीर सोशल मीडिया पर कई लोगों ने शेयर की है। कहा जा रहा है कि इस मां के पास इतने पैसे नहीं थे कि वो बच्चों के लिए चप्पल खरीद सके। हालांकि यह भी कहा जा रहा है कि जब तस्वीर वायरल होते हुए प्रशासन तक पहुंची, तब परिवार की मदद करने का भरोसा दिलाया गया।
यह तस्वीर 21 मई की दोपहर की है। महिला का नाम रुक्मणी देवी बताया गया। वो अपने तीन मासूम बच्चों के साथ भीषण गर्मी के बीच श्योपुर की सड़क पर जाते दिखी। यह तस्वीर वहां के लोकल मीडियाकर्मी इंसाफ कुरैशी ने सबसे पहले क्लिक किया। महिला ने बताया कि उसके पति बीमार रहते हैं। वो काम की तलाश में शहर आई है। महिला को चप्पल खरीदने पैस दिए गए।
फोटो वायरल होने के बाद प्रशासन ने सुध ली। उसका पता ढूंढ़ा गया। महिला शहर के वार्ड-8 की एक कच्ची बस्ती में रहती है। घर में प्रशासन को उसका बीमार पति सूरज और दो बेटियां 6 साल की काजल और 4 साल की खुशी मिली। महिला अपने एक साल के बेटे मयंक को लेकर काम के सिलसिले में जयपुर चली गई थी।
गरीबी अभिशाप है। गरीबी का कोई जाति-धर्म नहीं होता। बेहतर होता की फोटो खींचने वाला तुरंत ही चप्पल खरीद कर भेंट कर देता-@BikerGirlkancha
पहली बात, यह फोटो सोशल मीडिया पर वायरल है, तो किसने खींची, यह पता नहीं। दूसरी बात, इस बार चप्पल मिले, अगली बार कपड़े, उस से क्या होगा? सरकार के पास आदिवासियों के कल्याण हेतु कई योजनाएं हैं, तो उन से जोड़ कर, इस परिवार की समस्याओं का स्थायी हल निकालना बेहतर होगा-@AdiwasiVoice
और इन्ही गरीबों के वोट से विधायक और सरकार बनती है। क्या गजब का देश है हमारा। जिनको हम सुख की जिंदगी दे देते हैं, वो ही हमे सुखी नहीं देखना चाहते-@ActivistAmresh
नेता और अफसर यहां के आदिवासियों के पैसा खा-खा के पेट बढ़ा रहे हैं-@Ajaykum75110998
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