Vikramotsav 2024 : महाकाल की नगरी उज्जैन में विक्रमोत्सव की धूम, गीत-संगीत और नृत्य का बिखरेगा रंग

बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन मध्यप्रदेश में 1 मार्च से विक्रमोत्सव 2024 की धूम मचने वाली है। ये आयोजन करीब एक माह तक चलेगा। जिसमें हर दिन एक से बढ़कर एक कालाकारों द्वारा नृत्य, संगीत और गीतों की प्रस्तुति दी जाएगी।

subodh kumar | Published : Feb 26, 2024 1:22 PM IST / Updated: Feb 26 2024, 06:54 PM IST

उज्जैन. मध्यप्रदेश के उज्जैन शहर में विकमोत्सव 2024 का आयोजन होने जा रहा है। जिसमें 1 मार्च से लेकर 9 अप्रैल तक करीब सवा महीने तक लोकगीत से लेकर शास्त्रीय संगीत और देश दुनिया की विभिन्न कलाओं का प्रदर्शन किया जाएगा। इस आयोजन में देशभर के मशहूर कलाकारों द्वारा एक से बढ़कर एक प्रस्तुति दी जाएगी। इस भव्य आयोजन का शुभारंभ सीएम मोहन यादव द्वारा किया जाएगा।

यहां होंगे आयोजन

विक्रमोत्सव 2024 के तहत होने वाले अधिकतर आयोजन उज्जैन की कालिदास अकादमी परिसर, त्रिवेणी संग्रहालय, पॉली​टेक्निक ग्राउंड, विक्रम कीर्ति मंदिर, घंटा घर, क्षिप्रा तट सहित उज्जैन शहर के अलग अलग स्थानों पर किया जाएगा। ताकि इस उत्सव का आनंद पूरे उज्जैन में मनाया जा सके। आईये जानते हैं विक्रमोत्सव 2024 में किस दिन क्या आयोजन होंगे।

 

 

 

विक्रमादित्य वैदिक घड़ी की स्थापना

विक्रमोत्सव 2024 के तहत बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन में विक्रमादित्य वैदिक घड़ी की स्थापना की जा रही है। ये स्थापना 1 मार्च को नगर पालिका निगम एवं आचार्य वराहमिहिर वैधशाला एवं जिला प्रशासन उज्जैन के सहयोग से की जाएगी। ये घड़ी भारतीय कालगणना की सर्वाधिक प्रमाणिक एवं पारंपरिक पद्धति की पुर्नस्थापना है।

 

 

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