महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के कम से कम 125 गांव आगामी मानसून के मौसम में हाई टाइड(high tide) से प्रभावित होंगे। प्रशासन के एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी।
अलीबाग. महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के कम से कम 125 गांव आगामी मानसून के मौसम में हाई टाइड(high tide) से प्रभावित होंगे। प्रशासन के एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी। अधिकारी ने कहा कि महाराष्ट्र समुद्री बोर्ड(Maharashtra Maritime Board) द्वारा उपलब्ध कराए गए एक सर्व और सूचना के अनुसार, जिले में तट के किनारे स्थित 53 और खाड़ी के पास 72 गांव मानसून के दौरान 25 दिनों में हाई टाइड से प्रभावित होंगे।
जिला मौसम विभाग ने पहले हाई टाइड के लिए 25 दिनों की पहचान की थी। उन्होंने कहा कि भारी बारिश के साथ हाई टाइड इनमें से कुछ गांवों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा कर सकता है। अधिकारी ने कहा कि एक अध्ययन चल रहा है और जिला प्रशासन आपात स्थिति में सुरक्षा उपायों को लागू करने के लिए जानकारी एकत्र कर रहा है।
उन्होंने कहा कि मौसम विभाग ने जून और सितंबर के अंत के बीच विभिन्न दिनों में 4.5 मीटर से ऊपर ज्वारीय लहरों का अनुमान लगाया है। अधिकारी ने कहा कि श्रीवर्धन में कम से कम 19 गांव, अलीबाग में 16, मुरुड में नौ, पनवेल में पांच और उरण में चार गांव उच्च ज्वार के कारण प्रभावित हो सकते हैं।
दक्षिण भारत में मौसम-South India weather report-weather report-अगले 5 दिनों के दौरान तटीय आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, रायलसीमा, आंतरिक कर्नाटक, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल और केरल और माहे में गरज/बिजली/तेज हवाओं के साथ हल्की से छिटपुट बारिश होने की संभावना है।
समुद्र के जल के नियमित रूप से उठने और गिरने की प्रक्रिया को ज्वार-भाटा (Tides) कहा जाता है। जब पानी अपने हाई लेवल तक बढ़ कर तट के अधिकांश हिस्से को करता है, तब उसे उच्च ज्वार (High Tide) कहते हैं। हाई टाइड जिसे हिंदी में उच्च ज्वार कहते हैं, यह समुद्र के जलस्तर का बढ़ना या घटना होता है। हाई टाइड चंद्रमा और सूरज से पैदा होने वाले गुरुत्वाकर्षण बल(gravitational force) और पृथ्वी के चक्कर लगाने के मिले-जुले कारणों का परिणाम है।
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