
Maharashtra News : आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम स्थित वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में भगदड़ मचने से 10 लोगों की मौत हो गई। यह हादसा उस वक्त हुआ जब श्रद्धालु एकादशी के मौके पर भगवान वेंकटेश के दर्शन करने गए हुए थे। इस हदासे ने भारत के सबसे बड़े हादसे की याद दिला दी। हम बात कर रहे हैं महाराष्ट्र के उस हादसे की जहां भगदड़ मचने से 350 लोगों की मौत हो गई थी। मंदिर परिसर में लाशों का अंबार लग गया था।
दरअसल, यह हादसा सतारा जिले के वाई के पास मंधारदेवी मंदिर में हुआ था। 25 जनवरी 2025 को शाकंभरी पूर्णिमा के मौके पर भारी संख्या में श्रद्धालु वार्षिक तीर्थयात्रा के लिए जमा हुए थे। अचानक फिसलन भरी सीढ़ियों की वजह से लोगों में धक्का-मुक्की हुई और भगदड़ मच गई। देखते ही देखते लोग एक-दूसरे के ऊपर गिरने लगे और चीख-पुकार मच गई। आलम यह था कि लोग कई घंटों तक लोग दबे रहे थे। जिन लोगों की इस हादसे में जान बची थी, उन्होंने अपने आप को बहुत भाग्यशाली माना। इस हादसे ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया था। इस हादसे को अब तक के इतिहास का सबसे बड़े हादसों में गिना जाता है। जिसने भी इस भयावह मंजर को देखा था, वह आज भी इस घटना को याद कर सहम जाते हैं।
यह मंदिर एक पहाड़ी पर स्थित है। जो मंधारदेवी के नाम से जाना जाता है। हर साल जनवरी के महीने में बड़ी संख्या में लोग यहां यात्रा पर जाते है। यह यात्रा करीब 15 दिनों तक चलती है। मंदिर तक पहुंचने के लिए पहाड़ी पर बनी सैंकड़ों सीढ़ियां चढ़ना होती हैं। वहीं सीढ़ियों के दोनों तरफ पूजा के सामान की दुकानें हैं। रास्ता सकरा होने और भीड़ ज्यादा होने की वजह से लोगों को आने जाने में दिक्कत होती है। माना जाता है कि यहां जो भक्त इस यात्रा में आता है उसकी हर मनोकामना पूरी होती है।
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