INDIA bloc setback: यूपी में इंडिया गठबंधन में शामिल सबसे प्रमुख दल समाजवादी पार्टी ने महाराष्ट्र में बड़ा ऐलान कर दिया है। शिवसेना यूबीटी के बाबरी विध्वंस को लेकर दिए गए एक विज्ञापन पर समाजवादी पार्टी ने महाराष्ट्र में एमवीए से दूरी बनाते हुए गठबंधन से खुद को अलग कर दिया है। सपा ने शनिवार को महा विकास अघाड़ी से अलग होने का ऐलान किया। सपा के राज्य प्रमुख अबू आजमी ने कहा कि शिवसेना यूबीटी और बीजेपी में कोई फर्क नहीं है।
शिवसेना यूबीटी की ओर से 6 दिसंबर को बाबरी विध्वंस की बरसी पर अखबारों में बड़े-बड़े विज्ञापन दिए गए थे। यह विज्ञापन बाबरी विध्वंस की बरसी पर बधाई वाला था। पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे के सहयोगी मिलिंद नार्वेकर सहित विभिन्न नेताओं ने इन विज्ञापनों को अपने सोशल मीडिया हैंडल्स पर शेयर भी किया था। इसके बाद महाराष्ट्र की सपा इकाई ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए एमवीए सहयोगी के रूख पर आपत्ति जताई।
महाराष्ट्र में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अबू आजमी ने कहा कि शिवसेना यूबीटी ने अखबार में विज्ञापन देकर उन लोगों को बधाई दी है जिन्होंने बाबरी मस्जिद ढहाई थी। उद्धव ठाकरे के करीबी ने पोस्ट करके तारीफ की है। हम महा विकास अघाड़ी से अलग हो रहे हैं। इस बारे में सपा प्रमुख अखिलेशयादव से बात करने जा रहा हूं। अगर एमवीए में कोई इस तरह की बात कर रहा है तो उसमें और बीजेपी में क्या फर्क रह गया है। हम उनके साथ गठबंधन में क्यों रहें?
महाराष्ट्र विधानसभा में इस बार समाजवादी पार्टी के दो विधायक जीतकर पहुंचे हैं। सपा के प्रदेश अध्यक्ष अबू आजमी ने खुद मानखुर्द शिवाजीनगर से एनसीपी के नवाब मलिक को हराया तो भिवंडी ईस्ट सीट पर सपा प्रत्याशी रईस कसम शेख ने शिवसेना के मंजैया शेट्टी को हराया है। 288 विधायकों वाली महाराष्ट्र विधानसभा में महायुति गठबंधन को एकतरफा बहुमत हासिल हुआ है। महायुति में शामिल बीजेपी के पास 132, शिवसेना के पास 57 तो एनसीपी के पास 41 विधायक हैं। वहीं, महा विकास अघाड़ी को 46 सीटें मिली हैं। इसमें कांग्रेस को 16, शिवसेना यूबीटी को 20, एनसीपी शरद पवार को 10 सीटें हासिल हुई है। अन्य 12 सीटें हासिल किए हैं जिसमें सपा भी है।
यह भी पढ़ें:
महाराष्ट्र में MVA विधायक नहीं लेंगे शपथ-आदित्य ठाकरे ने बताई इसकी बड़ी वजह