महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले के एक गांव में बोरवेल में गिरे पांच साल के बच्चे को बचाने के लिए कम से कम 9 घंटे का रेस्क्यू ऑपरेशन नाकाम साबित हुआ। मंगलवार तड़के बच्चे की लाश ही बोरवेल से बाहर निकाली जा सकी।
पुणे. महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले के एक गांव में बोरवेल में गिरे पांच साल के बच्चे को बचाने के लिए कम से कम 9 घंटे का रेस्क्यू ऑपरेशन नाकाम साबित हुआ। मंगलवार तड़के बच्चे की लाश ही बोरवेल से बाहर निकाली जा सकी। मृतक सागर बरेला मध्य प्रदेश के बुरहानपुर के रहने वाले एक गन्ना मजदूर का बेटा था।
1.एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि बच्चा पुणे शहर से करीब 125 किलोमीटर दूर कर्जत तहसील के कोपर्डी गांव में सोमवार शाम करीब पांच बजे बैलगाड़ी से उतरने के तुरंत बाद बोरवेल में गिर गया।
2. नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स (NDRF) के कर्मियों ने स्थानीय पुलिस और जिला प्रशासन के कर्मियों के साथ मिलकर उसे बचाने के लिए अभियान चलाया था।
3. एक पुलिस अधिकारी ने कहा, "लड़के को मंगलवार देर रात करीब दो बजे बोरवेल से मृत बाहर निकाला गया।" अधिकारियों ने कहा था कि लड़का बेकार हो चुके बोरवेल में 15 फीट की गहराई में फंसा हुआ था।
4. कर्जत-जामखेड के विधायक रोहित पवार ने कहा कि किसानों को अपने खेतों में बोरवेल को ठीक से ढकने का ध्यान रखना चाहिए। उन्होंने कहा-"मेरे निर्वाचन क्षेत्र में एक मजदूर के बच्चे की बोरवेल में गिरकर मौत की घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है।
5. विधायक tweet किया कि लाख कोशिशों के बाद भी उसे नहीं बचाया जा सका। लेकिन ऐसी घटनाओं से बचने के लिए, किसानों को अपने खेतों में बोरवेल को ठीक से ढकने का ध्यान रखना चाहिए।
6. बच्चा खेलते समय बोरवेल में गिरकर करीब 15 फीट नीचे फंस गया था। मामले की जानकारी लगते ही उसे बाहर निकालने के लिए NDRF की पांच टीम जुटी हुई थीं।
7.NDRF के मुताबिक, हादसा 13 मार्च की शाम 4 बजे हुआ था। रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान एम्बुलेंस तैयार रखी गई थी, लेकिन सारी उम्मीदें टूट गईं।
8. बता दें कि हरियाणा के कुरुक्षेत्र में 2006 में पांच साल का प्रिंस कुमार कश्यप 55 फीट गहरे बोरवेल में गिर गया था। तब उसे बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया था। प्रिंस लगभग 48 घंटे बाद सुरक्षित निकाल लिया गया था। यह घटना देशभर के मीडिया की सुर्खियों में आई थी।
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