एंटी-नारकोटिक्स सेल (ANC) ने रत्नागिरी के लोटे इंडस्ट्रियल एरिया में मेफेड्रोन (MD) बनाने की फैक्ट्री लगाने की साजिश को नाकाम कर दिया है। एमडी एक साइकोट्रोपिक पदार्थ है और इसे इसके स्ट्रीट नाम म्याऊ-म्याऊ(meow-meow) से जाना जाता है।
ठाणे. एंटी-नारकोटिक्स सेल (ANC) ने रत्नागिरी के लोटे इंडस्ट्रियल एरिया में मेफेड्रोन (MD) बनाने की फैक्ट्री लगाने की साजिश को नाकाम कर दिया है। एमडी एक साइकोट्रोपिक पदार्थ है और इसे इसके स्ट्रीट नाम म्याऊ-म्याऊ(meow-meow) से जाना जाता है।
एजेंसी ने मास्टरमाइंड एयरोनॉटिकल इंजीनियर अभिषेक शोबरन कुंतल सहित 7 लोगों को गिरफ्तार किया है। 54 वर्षीय कुंतल हरियाणा में भी इसी तरह के एक मामले में आरोपी हैं, जिसका खुलासा राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) ने आठ महीने पहले किया था। वह उस मामले में फरार चल रहा था। अन्य गिरफ्तार आरोपी जितेंद्र चव्हाण, 33, सचिन चव्हाण, 38, दिनेश कोडमूर, 37, सलाहुद्दीन शेख, 41, नफीस पठान, 33, और मुब्बशिर मतवंकर, 38 हैं।
एडिशनल पुलिस कमिश्नर(क्राइम ब्रांच) अशोक मोराले ने कहा कि उन्होंने ठाणे और आसपास के इलाकों में एमडी की बिक्री की सूचना मिलने के बाद जाल बिछाया और दो भाइयों-जितेंद्र चव्हाण और सचिन चव्हाण उर्फ गट्या भाई को गिरफ्तार किया। पुलिस टीम ने इनके पास से ढाई लाख रुपये कीमत का 63 ग्राम एमडी बरामद किया है।
दोनों से पूछताछ के दौरान, यह पाया गया कि चव्हाण ने नवी मुंबई के दीघा के दिनेश कोडमुर से नशीला पदार्थ खरीदा और इसे आगे बेच दिया। कोडमूर को गिरफ्तार कर लिया गया और 2.16 लाख रुपये मूल्य का 54 ग्राम एमडी जब्त किया गया। उससे पूछताछ के बाद पुलिस सलाहुद्दीन शेख उर्फ मामा तक पहुंची, जिससे उसने पिछले साल जून से सात किलो एमडी खरीदा था। शेख कुंतल उर्फ सरजी के लिए काम करता पाया गया, जिसे रायगढ़ में उसके पैतृक गांव चमारली से गिरफ्तार किया गया था। नवी मुंबई के सीवुड्स में भी उनका ऑफिस है।
उनके मोबाइल नंबरों के टेक्निकल एनालिसिस से पता चला कि वे हरियाणा, उत्तर प्रदेश और हैदराबाद के कुछ लोगों के संपर्क में थे। जांच में खुलासा हुआ कि कुंतल ने लखनऊ के संतोष सिंह उर्फ राजू, मुंबई के मोहम्मद आजम हसन और नवी मुंबई के वफादार गजनफर हुसैन के साथ मिलकर हरियाणा के यमुनानगर में पिछले साल जून और जुलाई में एफेड्रिन और मेफेड्रोन ड्रग्स बनाने की फैक्ट्री लगाई थी। हालांकि, कारखाने पर DRI द्वारा छापा मारा गया था और 661 किलोग्राम एफेड्रिन जब्त किया गया था।
कुंतल ने फिर रत्नागिरी के लोटे एमआईडीसी में एक कारखाना शुरू करने की कोशिश की। रिएक्टर और आवश्यक अन्य सामग्रियों की खरीद की गई थी, लेकिन एमडी के निर्माण के लिए आवश्यक रसायन ब्रोमीन उपलब्ध नहीं था। इसलिए उन्होंने पिछले साल दिसंबर में तेलंगाना में एक फैक्ट्री शुरू की।
डिप्टी पुलिस कमिश्नर (क्राइम ब्रांच, ठाणे) शिवराज पाटिल ने कहा, हालांकि, डीआरआई ने इस कारखाने के खिलाफ भी कार्रवाई की, लेकिन उसके सहयोगी संतोष सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया। पाटिल ने कहा कि कुंतल का इरादा रत्नागिरी में एमडी उत्पादन बढ़ाने का था। संतोष सिंह फिलहाल डीआरआई की हिरासत में है। कुंतल को भी डीआरआई द्वारा जांच के लिए हिरासत में लिया जाएगा। यह एक अंतरराज्यीय रैकेट है।
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