Marathwada Floods: भारी बारिश से तबाही, 8 मौतें, हजारों एकड़ फसलें जलमग्न, जानिए सरकार ने क्या किया

Published : Sep 24, 2025, 08:56 AM IST
marathwada heavy rains

सार

मराठवाड़ा में भीषण बारिश ने भारी तबाही मचाई है। कितने गांव जलमग्न हैं, कितनी फसलें बर्बाद हुईं और कितनी जानें गईं, यह सब अब सामने आया है। सरकार राहत कार्यों में जुटी है, लेकिन सवाल यह है कि क्या भविष्य में ऐसी आपदा से बचाव के लिए पर्याप्त तैयारी है?

राठवाड़ा में पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही भारी बारिश ने लोगों की जिंदगी मुश्किल कर दी है। महाराष्ट्र के लातूर, बीड, धाराशिव और परभणी जिलों में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है। अब तक आठ लोगों की मौत हो चुकी है और कई घरों और हजारों हेक्टेयर फसलें बर्बाद हो चुकी हैं। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और अजित पवार समेत अन्य मंत्री प्रभावित इलाकों का दौरा कर राहत कार्यों का जायजा ले रहे हैं।

मराठवाड़ा में बारिश का कहर: क्यों आई इतनी तबाही?

20 सितंबर से लगातार हो रही बारिश ने मराठवाड़ा के आठ जिलों में भारी नुकसान किया है। धाराशिव में 159 गांव प्रभावित हुए, 186 पशु मारे गए और कई इलाके जलमग्न हो गए। लातूर में तीन, बीड में दो और अन्य जिलों में अलग-अलग कारणों से आठ लोगों की मौत हुई। बांधों में पानी भर जाने के कारण पानी छोड़ना पड़ा, जिससे फसलें और मकान क्षतिग्रस्त हुए।

फसलें और घर: कितनी बर्बादी हुई?

मराठवाड़ा के आठ जिलों में 33,010 हेक्टेयर से अधिक भूमि पर लगी फसलें बर्बाद हो गई हैं। किसानों की मुश्किलें बढ़ गई हैं और उनके रोज़गार पर बड़ा असर पड़ा है। परभणी के पाथरी इलाके में रात भर जलभराव रहा। कई परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर जाना पड़ा और उनके घरों को भारी नुकसान हुआ।

नडीआरएफ की कार्रवाई: कितने लोगों को बचाया गया?

राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने धाराशिव जिले में 27 लोगों को बचाया और 200 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। इससे स्पष्ट होता है कि मराठवाड़ा में आपदा प्रबंधन में तेजी लाने की जरूरत है।

मंत्री और CM का दौरा: राहत कार्य कब तक चलेगा?

मुख्यमंत्री फडणवीस, उपमुख्यमंत्री शिंदे और अजित पवार, स्वास्थ्य मंत्री, परिवहन मंत्री और कृषि मंत्री प्रभावित इलाकों का दौरा कर रहे हैं। वे किसानों और प्रभावित लोगों से मिलकर राहत कार्यों की स्थिति का जायजा ले रहे हैं। यह दौरा सरकार की तरफ से एक संकेत है कि नुकसान की भरपाई और राहत कार्यों को प्राथमिकता दी जा रही है।

सवाल उठते हैं: क्या भविष्य में ऐसी आपदा से बचाव संभव है?

भीषण बारिश और बाढ़ ने मराठवाड़ा में तबाही मचा दी है। मराठवाड़ा में भीषण बारिश और बाढ़ ने आठ लोगों की जान ले ली और हजारों हेक्टेयर फसलें बर्बाद कर दी हैं। मुख्यमंत्री और मंत्री प्रभावित इलाकों का दौरा कर राहत कार्यों का जायजा ले रहे हैं। प्रभावित लोगों की मदद और भविष्य में सुरक्षा के उपाय अब सबसे बड़ी चुनौती बन गए हैं।

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