मुंबई के चेंबूर में एनजी आचार्य और डीके मराठे कॉलेज के कुछ छात्र को ड्रेस कोड का उल्लंघन करते हुए पाए गया। इस तरह से लगातार दूसरे दिन मंगलवार को एंट्री देने से मना कर दिया गया है।
Mumbai College Dress Code: मुंबई के चेंबूर में एनजी आचार्य और डीके मराठे कॉलेज के कुछ छात्र को ड्रेस कोड का उल्लंघन करते हुए पाए गया। इस तरह से लगातार दूसरे दिन मंगलवार को प्रवेश द्वार से बाहर कर दिया गया। बता दें कि बीते साल कॉलेज के क्लास में हिजाब और बुर्का पहनने पर रोक लगा दी गई थी। इसके बाद इस साल नए साल में एक नया ड्रेस कोड पेश किया, जिसमें लड़कियों के लिए फॉर्मल शर्ट पैंट, इंडियन आउटफिट और वेस्टर्न कपड़े पहने की अनुमति दी गई थी। ये जानकारी 1 मई को जारी की गई थी। इसके बाद बीते महीने 27 जून को एक नया नोटिस जारी किया, जिसमें कॉलेज कैंपस में टी-शर्ट, जींस और जर्सी पर भी बैन लगा दिया गया।
डीके मराठे कॉलेज के प्रशासन ने सोमवार (1 जुलाई) से छात्रों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाना शुरू कर दिया। छात्रों ने दावा किया कि बॉम्बे हाई कोर्ट द्वारा उनकी याचिका खारिज करने के बाद कॉलेज ने ड्रेस कोड लागू करना शुरू कर दिया।27 जून के सर्कुलर में कॉलेज के अनुशासनात्मक नियमों को दोहराते हुए कहा गया कि छात्र ऐसी कोई कपड़े नहीं पहनेंगे जो धर्म को उजागर करती हो या सांस्कृतिक असमानता दिखाती हो। ग्राउंड फ्लोर पर कॉमन रूम में नकाब, हिजाब, बुर्का, स्टोल, टोपी, बैज आदि हटा दिए जाएंगे। इसके अलावा फटी जींस, टीशर्ट, अंग प्रदर्शन वाले कपड़े और जर्सी की भी अनुमति नहीं दी जाएगी।
डीके मराठे कॉलेज छात्र का बयान
एक छात्र ने कहा कि वे नियमों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करना चाहते थे और इसलिए उन्होंने मंगलवार को जींस पहनी थी और उन्हें मेन गेट से लौटा दिया गया। कॉलेज के प्रिंसिपल विद्यागौरी लेले ने कहा कि छात्रों को प्रवेश के समय नए ड्रेस कोड के बारे में सूचित किया गया था। “हम चाहते हैं कि छात्र कक्षाओं में औपचारिक और सभ्य कपड़े पहनें। उन्हें अभी से मर्यादा सीखने की जरूरत है। हम अनुशासन लागू करने में बहुत सावधानी बरत रहे हैं।