राजस्थान से शर्मनाक खबर सामने आई है। जहां डॉक्टरों ने मरीजों को इनफेक्टेड ब्लड चढ़ा दिया, जिसके चलते अब तक पांच लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं कई की हालत सीरियस बनी हुई है। हालांकि प्रशासन ने ब्लड बैंक को सील कर दिया है।
जयपुर. राजस्थान में माइनिंग के लिए विशेष पहचान रखने वाला नीमकाथाना जिला इन दिनों सुर्खियों में है। यहां इनफेक्टेड ब्लड चढ़ने के चलते अब तक पांच लोगों की मौत हो चुकी है। इनका जिम्मेदार केवल एक प्राइवेट ब्लड बैंक और हॉस्पिटल है। जिन लोगों की जान गई है। उनमें 25 साल की मैना देवी और उनके नवजात बेटी, गीता देवी नाम की महिला की नवजात और 70 साल की बुजुर्ग मूली देवी और 26 साल की राधा शामिल है। इन्हें जो ब्लड लगाया हुआ था वह इनफेक्टेड था।
22 लोगों को इनफेक्टेड ब्लड चढ़ाया गया
आरोप है कि पिछले करीब 1 महीने में 22 लोगों को इनफेक्टेड ब्लड चढ़ाया गया। जब लोगों की तबीयत ज्यादा खराब हुई तो उन्हें अस्पताल बुलाकर दूसरा ब्लड चढ़ाया गया। जब इसके बाद भी बात नहीं बैठी तो उन्हें रेफर कर दिया जाता। इस पूरे मामले का खेल तब उजागर हुआ जब मैना देवी को इनफेक्टेड ब्लड चढ़ाया गया। कई घंटे बाद उसकी मौत हो गई।
ब्लड बैंक को सीज कर दिया गया
फिलहाल मामले में स्वास्थ्य विभाग के जोन डायरेक्टर डॉ नरोत्तम शर्मा का कहना है कि अब हमने ब्लड बैंक को सीज कर दिया है। मामले की जांच की जा रही है। जिसकी रिपोर्ट दो से तीन दिन में आएगी। वहीं अब महिलाओं की मौत के बाद तीन परिवारों ने मामला भी दर्ज करवाया है। उन मामलों में भी पुलिस जांच कर रही है।