चोरी करने के लिए चोर क्या-क्या ढोंग नहीं करते, यह खबर आपको अलर्ट करती है। दिंडोशी पुलिस ने एक ऐसे आरोपी को अरेस्ट किया है, जिनसे चोरी करने जैन पुजारी का भेष अपनाया था। आरोपी जैन पुजारी बनकर मंदिर से सोने के बर्तन ले उड़ा था।
मुंबई. चोरी करने के लिए चोर क्या-क्या ढोंग नहीं करते, यह खबर आपको अलर्ट करती है। दिंडोशी पुलिस ने एक ऐसे आरोपी को अरेस्ट किया है, जिनसे चोरी करने जैन पुजारी का भेष अपनाया था। आरोपी जैन पुजारी बनकर मंदिर से सोने के बर्तन ले उड़ा था। पुलिस के अनुसार, आरोप जुआ खेलने का आदी है। पढ़िए चोरी का चौंकाने वाला अपडेट...
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, मलाड पूर्व में जितेंद्र रोड पर स्थित मंदिर के मुख्य पुजारी 23 जनवरी को पूजा स्थल पर सोने की थाली और कटोरी लेकर आए थे। एक अनुष्ठान करने के बाद उन्होंने बर्तनों को एक तरफ रख दिया और पूजा की दूसरी क्रिया करने लगे। करीब 15 मिनट बाद उन्होंने महसूस किया कि थाली और कटोरी गायब हो गई थी। जब हर जगह ढूंढ़ने पर भी सोने के बर्तन नहीं मिले, तो प्रधान पुजारी ने दिंडोशी पुलिस थाने का दरवाजा खटखटाया और शिकायत दर्ज कराई।
आरोपी को पकड़ने में सीसीटीवी फुटेज से पुलिस को मदद मिली। एपीआई डॉ. चंद्रकांत घार्गे और पीएसआई अजीत देसाई के नेतृत्व में एक टीम ने मंदिर और आसपास के इलाकों के 93 से अधिक सीसीटीवी कैमरों से फुटेज की जांच शुरू की। आखिरकार 26 जनवरी को मलाड पश्चिम में रामचंद्र लेन में 53 वर्षीय आरोपी भरत सुखराज दोषी का पता लगाया। अगले दिन उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
संपन्न परिवार से ताल्लुक रखने वाला दोशी अपनी पत्नी के साथ किराए के फ्लैट में रह रहा है। पुलिस के अनुसार, वह एक कपड़े की दुकान में काम करता था, लेकिन जुआ खेलने की बुरी लत के कारण उसकी सारी कमाई खत्म हो जाती थी। इस आदत ने परिवार की आर्थिक हालत पर बुरा असर डाला। आरोपी का बेटा मामा के यहां रहता है। वो पढ़ाई के साथ-साथ नौकरी भी करता है।
डिंडोशी पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी ने कहा, 'मंदिर के सीसीटीवी फुटेज की जांच के दौरान, हमने देखा कि जैन पुजारी के वेश में एक व्यक्ति एक्टिवा पर मंदिर आया था। जब मुख्य पुजारी पूजा में व्यस्त थे, तो आरोपी ने सोने की थाली और कटोरी उठाई, उसे कपड़े में छिपा दिया और स्कूटर पर भाग गया।
एक अधिकारी ने कहा, "चोरी का सामान, जिसे उसने अपने घर में छिपा रखा था, बरामद कर लिया गया है।" पूछताछ के दौरान दोशी के व्यवहार के आधार पर पुलिस ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि वह एक कट्टर आदतन अपराधी हो सकता है। पुलिस का दावा है कि वह शातिर है। उसने कई मामलों का खुलासा नहीं किया है। एक अन्य अधिकारी ने कहा, "दोशी को 27 जनवरी को अदालत में पेश किया गया और 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।"
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