नागपुर। महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। नेता अपनी पार्टी के प्रत्याशियों के लिए प्रचार कर रहे हैं। वहीं, चुनाव आयोग द्वारा सख्ती से निगरानी की जा रही है। इसी क्रम में सोमवार को शिवसेना (UBT) प्रमुख उद्धव ठाकरे के साथ ऐसी घटना घटी की वह गुस्से से लाल हो गए।
उद्धव ठाकरे हेलीकॉप्टर में सवार होकर यवतमाल के वानी आए थे। वह जैसे ही हेलीकॉप्टर से निकले उनका सामना चुनाव आयोग के अधिकारियों से हुआ। अधिकारियों ने उनके बैग की जांच की। उससे ठाकरे नाराज हो गए। उन्होंने चुनाव आयोग को चुनौती देते हुए पूछा है कि क्या कभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह सहित भाजपा के शीर्ष नेताओं के बैग की तलाशी लेने की हिम्मत हुई है? उन्होंने यवतमाल के दरवा और वानी तथा जलगांव के चालीसगांव में रैलियों को संबोधित करते हुए अपना गुस्सा जाहिर किया।
शिवसेना ने सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर किया है। इसमें देखा जा सकता है कि उद्धव ठाकरे के हेलीकॉप्टर के बाहर स्वागत के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं की जगह चुनाव आयोग के अधिकारी मौजूद हैं। अधिकारियों ने पहले ठाकरे को अपना परिचय दिया। परिचय पत्र दिखाया। इसके बाद बताया कि आपके बैग की जांच करनी है।
ठाकरे के चुनाव आयोग के अधिकारियों द्वारा बैग की जांच को "पक्षपातपूर्ण" कदम बताया। वह अधिकारियों से सवाल करते देखे गए। उन्होंने अपने सहयोगियों को घटना का वीडियो बनाने का निर्देश दिया और एक अधिकारी से व्यंग्यात्मक रूप से पूछा कि क्या वह गुजरात से हैं।
ठाकरे ने कहा, "मुझे कोई आपत्ति नहीं है आप मेरे पानी के डिब्बे या ईंधन टैंक की जांच करते हैं, लेकिन तय करें कि आप मोदी और शाह के बैग की भी जांच करें। मुझे इसके वीडियो भेजें। ठाकरे ने सवाल किया कि उनकी पार्टी के नेताओं की जांच क्यों की जा रही है जबकि भाजपा नेता बिना जांच के ही आगे बढ़ गए।
इस मामले में यवतमाल के कलेक्टर पंकज आशिया ने कहा कि यह प्रक्रिया चुनाव आयोग के निर्देशों के अनुसार की जाती है। तीन दिन पहले जब उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस यवतमाल आए थे तब उनके हेलीकॉप्टर और बैग की भी जांच की गई थी।
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