पुलिस ने पिछले महीने अमृतपाल सिंह और उनके 'वारिस पंजाब दे' संगठन के सदस्यों के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई शुरू की थी। कट्टरपंथी अमृतपाल सिंह के फरार हुए एक महीना पूरा होने को है लेकिन वह अभी तक पुलिस की पकड़ में नहीं आ सका है।
Amritpal Singh aide arrested: 'वारिस पंजाब दे' चीफ अमृतपाल सिंह के पुलिस के सामने से फरारी के एक महीना पूरा होने को है लेकिन अभी तक उसके लोकेशन की भनक तक न सुरक्षा एजेंसियों को लगी न ही पुलिस या पैरा मिलिट्री को। कथित खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह को पकड़ने के लिए पंजाब पुलिस के सैकड़ों जवान लगे रहे लेकिन सबकी आंखों में धूल झोंककर फरार हो गया। अमृतपाल का सुराग पाने के लिए पुलिस लगातार कार्रवाई करते हुए उसके समर्थकों और सहयोगियों को अरेस्ट कर रही है लेकिन अभी तक नाकामी ही हासिल है। अमृतपाल के एक और सहयोगी को पुलिस ने यूपी के पीलीभीत से अरेस्ट किया है।
पीलीभीत में डेरा चलाने वाले सहयोगी को किया अरेस्ट
पुलिस ने अमृतपाल सिंह के सहयोगी जोगा सिंह को अरेस्ट किया है। लुधियाना के रहने वाले जोगा सिंह पीलीभीत में डेरा चलाते हैं। वह हरियाणा से पंजाब जा रहे थे। डीआईजी (बार्डर रेंज) नरिंदर भार्गव ने कहा, "जोगा सिंह अमृतपाल सिंह के सीधे संपर्क में था। उसने अमृतपाल सिंह के लिए आश्रय और वाहनों की व्यवस्था की। उसने उसके लिए पीलीभीत में रहने और फिर पंजाब लौटने की व्यवस्था की।"
जोगा सिंह के अलावा दो और सहयोगियों को किया अरेस्ट
पुलिस ने कहा कि दो और लोगों को कथित तौर पर अमृतपाल सिंह को शरण देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने कहा कि गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान होशियारपुर जिले के बाबक गांव के राजदीप सिंह और जालंधर जिले के सरबजीत सिंह के रूप में हुई है। राजदीप सिंह और सरबजीत सिंह दोनों को शुक्रवार रात ड्यूटी मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया और एक दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया।
एक महीना से फरार अमृतपाल सिंह
पुलिस ने पिछले महीने अमृतपाल सिंह और उनके 'वारिस पंजाब दे' संगठन के सदस्यों के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई शुरू की थी। कट्टरपंथी अमृतपाल सिंह के फरार हुए एक महीना पूरा होने को है लेकिन वह अभी तक पुलिस की पकड़ में नहीं आ सका है। 18 मार्च को जालंधर जिले में पुलिस के जाल से बच गया। सैकड़ों पुलिस वाले उसके पीछे लगे रहे लेकिन वह वाहनों को बदलते हुए सबके सामने से फरार हो गया। हालांकि, भागने के दौरान उसके वीडियो फुटेज सामने आते रहे जिसमें वह कई बार वेष बदले हुए दिखा।
भिंडरावाले 2.0 कहा जाता है अमृतपाल सिंह को...
अमृतपाल सिंह पिछले कुछ वर्षों से पंजाब में सक्रिय हैं। अक्सर उसे सशस्त्र समर्थकों द्वारा एस्कॉर्ट करते देखा जाता है। वह खालिस्तानी अलगाववादी और आतंकवादी जरनैल सिंह भिंडरावाले का अनुयायी होने का दावा करता है और अपने समर्थकों के बीच "भिंडरावाले 2.0" के रूप में जाना जाता है। अमृतपाल सिंह मूल रुप से पंजाब में अमृतसर जिले के जल्लूपुर खेड़ा गांव का रहने वाला है। वो वारिस पंजाब दे का प्रमुख है। यह वही संस्था जिसको एक्टर दीप सिंधु ने शुरू किया था। जिसकी पिछले साल सड़क हादसे में मौत हो गई। दीप के जान के बाद अमृतपाल सिंह चीफ बन गया। Read full story…