
चंडीगढ़। यूपी के बांदा जेल में बंद माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की पहले तूती बोलती थी। सलाखें उसके लिए बंदिशें नहीं थी। वह जेल में भी ऐशो आराम से रहता था। पंजाब सरकार के कैबिनेट मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने जब इसका खुलासा किया था, तब पंजाब की सियासत हिल गई थी। आपको बता दें कि बीजेपी एमएलए रहे कृणानंद राय की हत्या से जुड़े मामले में मुख्तार अंसारी को कोर्ट ने 10 साल कैद की सजा सुनाई है।
नजदीकी रिश्तों की वजह से यूपी नहीं भेज रही थी सरकार
मंत्री बैंस ने मुख्तार अंसारी को लेकर तत्कालीन कांग्रेस सरकार पर गंभीर आरोप लगाए थे। जिससे पंजाब की सियासत में भूचाल आ गया था। कांग्रेस से मुख्तार के करीबी रिश्तों आरोप लगाते हुए उन्होंने दावा किया था कि इसी वजह से मुख्तार को तत्कालीन पंजाब सरकार यूपी नहीं भेज रही थी।
25 कैदियों वाली बैरिक में पत्नी के साथ
मुख्तार अंसारी पंजाब की जेल में रह सके, इसलिए उसे एक फर्जी मुकदमे में फंसाया गया था। उस दरम्यान माफिया डॉन ने अपनी जमानत कराने का भी प्रयास नहीं किया। मंत्री का सबसे हैरान करने वाला दावा यह था कि उस समय मुख्तार अकेले 25 बंदियों वाली बैरिक में रहता था। पत्नी के साथ भी रहता था।
2 साल 3 महीने पंजाब जेल में गुजारे
एक समय ऐसा भी आया। जब पंजाब की रोपड़ जेल से यूपी लाने को लेकर अमरिंदर सिंह सरकार और योगी सरकार में ठन गई थी। यूपी पुलिस के 26 बार प्रोडक्शन वारंट भेजने के बाद भी पंजाब सरकार ने उसे यूपी नहीं भेजा। अंत में योगी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। कोर्ट के दखल के बाद मुख्तार को यूपी पुलिस ले जा सकी थी। तब तक 2 साल 3 महीने का वक्त गुजर चुका था। पंजाब की कांग्रेस सरकार मुख्तार अंसारी पर मेहरबान थी। बैंस ने यह भी आरोप लगाया था उसे जेल में वीवीआई ट्रीटमेंट दिया जाता था।
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