34 साल पुराने रोडरेज केस में 10 महीने की सजा काटने के बाद पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू पटियाला जेल से आज बाहर आ गए। बाहर आते ही सिद्धू ने पंजाब सरकार और केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला है।
अमृतसर. पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू पटियाला जेल में 317 दिन सजा पूरी करने के बाद आखिरकार आज बाहर गए। सिद्धू के स्वागत में रिहाई की खुशी में उनके समर्थक पटियाला जेल के बाहर ढोल-नगाड़े बजाते नजर आए। एक तरफ सिद्धू ने बाहर आते ही जनता को झुककर प्रणाम किया तो वहीं पंजाब और केंद्र सरकर पर जमकर हमला भी बोला है। उन्होंने कहा- पंजाब में कानून-व्यवस्था खत्म हो चुकी है। दिन दहाड़े मर्डर हो रहे हैं। एक सिद्धू को तो मरवा दिया दूसरा भी मरवा दो, लेकिन मुझे मौत से डर नहीं लगता।
पंजाब में लगने वाला है राष्ट्रपति शासन
नवजोत सिंह सिद्धू ने जेल से बाहर आते ही मीडिया से बात करते हुए पंजाब और केंद्र सरकार पर जमकर बरसे। सिद्धू ने कहा-पंजाब में लोकतंत्र नाम की कोई चीज नहीं बची है। भगवंत मान सरकार में अपराधियों की भरमार है। दूसरी तरफ केंद्र सरकार पंजाब में राष्ट्रपति शासन लाने की साजिश की जा रही है। जानबूझकर पंजाब के अल्पसंख्यकों को निशाना बनाया जा रहा है।
राहुल गांधी को बताया क्रांतिकारी
वहीं सिद्धू ने राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद्द करने के सवाल पर कहा कि राहुल गांधी को क्रांतिकारी है। वह केंद्र सरकार की जड़ें हिलाकर रख देंगे। इस देश में तानाशाही आई तो एक क्रांति भी आई है। पूरे देश जानता है कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के पूर्वजों ने देश को आजाद कराया है। आज सरकार ने उनकी ही सदस्यता खत्म कर दी। क्योंकि लोकतंत्र आज बेड़ियों में है और सरकारी संस्थाएं गुलाम हैं।
अखबारी सीएम बनकर रह गए भगवंत मान
नवजोत सिंह सिद्धू ने आप सरकार पर हमला बोलते हुए कहा-आज पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान सिर्फ अखबारी सीएम बनकर रह गए हैं। पंजाब में गैंगस्टर पनप रहे हैं। मुख्यमंत्री ने राज्य के नेताओं की सुरक्षा कम कर दी है। मेरी खुद भी सिक्योरिटी कम की गई थी। लेकिन मैं डरता नहीं हूं। मै तो अपने साथ संविधान और गुरुग्रंथ की किताब साथ लेकर चलता हूं। आपने एक एक सिद्धू (सिद्धू मूसेवाला) तो मरवा दिया, दूसरा भी मरवा दो...मैं घबराने वाला नही हूं। उन्होंने कहा-जेल में मेरे साथ साजिश रची गई। मैं सुबह बताए गए शुब मूहुर्त में बाहर आने वाला था। लेकिन फिर भी षडयंत्र रचा गया। जानबूझकर कागजी कार्रवाई में देरी गई।
35 साल पुराने मामले में हुई थी एक साल की सजा
बता दें कि नवजोत सिंह सिद्धू को 35 साल पुराने 1988 के रोड रेज केस में पिछले साल 19 मई 2022 को सुप्रीम कोर्ट ने 1 साल की सजा सुनाई थी। जहां वह पटियाला की सेंट्रल जेल में दस महीने से सजा काट रहे थे। सिद्धू को वैसे 19 मई यानी 48 दिन बाद रिहा किया जाना था, लेकिन कोई छुट्टी न लेने की वजह से उन्हें यह बेनिफिट मिला है। जिस वजह से उनकी रिहाई जल्दी की गई है।