लुधियाना गैस लीक कांड-30 सेकंड में खड़े-खड़े गिरकर मरने लगे थे लोग, पुलिसवाले बचाने पहुंचे, तो वे भी बेहोश हो गए

पंजाब के लुधियाना शहर के घनी आबादी वाले गियासपुरा इलाके में 30 अप्रैल को कथित रूप से जहरीली गैस के रिसने से तीन बच्चों सहित 11 लोगों की मौत के पीछे हाइड्रोजन सल्फाइड के हाई लेवल का पता चला है।

Contributor Asianet | Published : May 1, 2023 3:26 AM IST / Updated: May 01 2023, 09:00 AM IST
111

लुधियाना. पंजाब के लुधियाना शहर के घनी आबादी वाले गियासपुरा इलाके में 30 अप्रैल को कथित रूप से जहरीली गैस के रिसने से तीन बच्चों सहित 11 लोगों की मौत के पीछे हाइड्रोजन सल्फाइड के हाई लेवल का पता चला है। संदेह था कि यह एक सीवर से निकला थी। घटना के बाद इलाके को सील करना पड़ा है। NDRF मोर्चे पर है। घटना की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दे दिए गए हैं।

211

जिला प्रशासन के अनुसार, NDRF की टीम द्वारा उपयोग किए गए एयर क्वालिटी सेंसर में हाइड्रोजन सल्फाइड गैस के हाईलेवल का पता चला है। क्षेत्र में मैनहोल में कुछ रसायन डाले जाने के बाद जहरीली गैस निकली थी।

311

जब कुछ इंडस्ट्रियल केमिकल आपस में मिक्स होते हैं, तो हाइड्रोजन सल्फाइड गैस बनती है। यह गैस इतनी खतरनाक होती है कि 30 सेकंड में आदमी मर सकता है। यहां ऐसा ही हुआ।

411

जिस जगह यह हादसा हुआ, वहां आधे किमी के सर्किल में 45 से अधिक फैक्ट्रियां चल रही हैं। ये कंपनियां बगैर परमिशन मुनाफे के चक्कर में केमिकल का इस्तेमाल करती हैं।

511

ये फैक्ट्रियां कपड़े रंगने, कुछ पेंट तैयार करने केमिकल का इस्तेमाल करती हैं। 45 में से करीब 40 के पास वाटर ट्रीटमेंट प्लांट तक नहीं है।

611

ये कंपनियां चोरी-छुपे रात आधी रात को बचा हुआ केमिकल सीवरेज में फेंक देती हैं। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान भगवंत मान ने घटना को बेहद दर्दनाक बताते हुए कहा कि हर संभव मदद की जा रही है।

711

गियासपुरा एक बड़ी प्रवासी आबादी वाला घनी आबादी वाला क्षेत्र है। पीड़ित उत्तर प्रदेश और बिहार के थे और दो दशक से अधिक समय से लुधियाना में रह रहे थे।

811

घटना का पता रविवार सुबह उस समय चला था, जब एक स्थानीय किराना दुकान पर दूध लेने आए कुछ लोग बेहोश होकर गिरने लगे थे।

911

सभी शव सड़क पर पड़े मिले थे। शुरुआत में मौके पर पहुंचे दो पुलिसकर्मियों को सांस लेने में तकलीफ हुई, तो उन्हें तुरंत प्राथमिक उपचार के लिए ले जाया गया।

1011

रविवार सुबह 7 बजे के आसपास घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और जिला प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे और एहतियात के तौर पर इलाके को खाली करा लिया। बठिंडा और लुधियाना से भी NDRF की टीम जांच के लिए पहुंची।

यह भी पढ़ें-मोबाइल टॉवर का भार नहीं झेल सकी 10 साल पुरानी बिल्डिंग, देखिए भिवंडी हादसे की दिल दहलाने वालीं तस्वीरें

1111

लुधियाना डीसी सुरभि मलिक ने कहा कि मैनहोल से जांच के लिए सैंपल लिए गए हैं। पुलिस कमिश्नर मनदीप सिंह सिद्धू ने कहा कि किसी लापरवाह व्यक्ति ने संभवतः किसी जहरीले रसायन को नष्ट करने के इरादे से इसे मैनहोल में डाल दिया होगा।

इस हादसे में एक ही परिवार के 3 लोगों की मौत हो गई। इनमें सौरव गोयल, उनकी पत्नी प्रीति और मां कमलेश की मौत हो गई। हालांकि बच्चा बच गया।

यह भी पढ़ें-केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल के भतीजे और BJP विधायक के बेटे की मौत बनी मिस्ट्री, 45 केस थे, पत्नी ने भी 'अय्याश' बता छोड़ दिया था साथ

Share this Photo Gallery
click me!

Latest Videos

Recommended Photos