
Bikaner cyber fraud: देश को हिला देने वाले ₹2000 करोड़ के Capmore FX साइबर ठगी कांड में अब बीकानेर जिले का नाम भी सामने आ गया है। जांच एजेंसियों के अनुसार, करणी ट्रेडिंग कंपनी के नाम से संचालित 14 अलग-अलग बैंक खातों में ₹99 करोड़ से अधिक की राशि जमा होने की पुष्टि हुई है।
राजस्थान के बीकानेर जिले के खारड़ा गांव निवासी कृष्ण शर्मा ने यह कंपनी बनाई थी। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि कर्नाटक के फर्जी निवेश प्लेटफॉर्म 'Capmore FX' से ठगे गए पैसे इस कंपनी के खातों में ट्रांसफर किए गए। इतना ही नहीं, इन खातों को लूणकरनसर क्षेत्र के आढ़ती घनश्याम सारस्वत द्वारा कमीशन पर ऑपरेट किया जा रहा था, जो फिलहाल फरार है।
पुलिस को इन खातों से जुड़े करोड़ों रुपए के ट्रांजैक्शन मिले हैं। मुख्य अभियुक्त कृष्ण शर्मा को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है, जिसने कबूल किया कि यह लेनदेन कमीशन के लिए किया गया था। ध्यान देने योग्य बात यह है कि ये सभी फर्जी निवेश की रकम के रूप में देशभर के लोगों से ठगे गए थे।
यह साइबर फ्रॉड का मामला कर्नाटक के विजयपुरा से शुरू हुआ, जहां Capmore FX नामक फर्जी निवेश प्लेटफॉर्म ने हजारों निवेशकों को मोटे रिटर्न का झांसा देकर ठगा। श्रीगंगानगर निवासी कांटेप्पा बाबू चव्हाण की शिकायत पर राजस्थान पुलिस हरकत में आई। जांच में सामने आया कि Capmore FX का नेटवर्क श्रीगंगानगर, बीकानेर और कर्नाटक तक फैला हुआ है।
मुख्य आरोपी अजय आर्य फरार है लेकिन उसके पिता लाजपत आर्य और भाई दीपक आर्य को हिरासत में लिया गया है। अब पुलिस की टीमें बीकानेर में घनश्याम सारस्वत की तलाश कर रही हैं। इस मामले में बैंक खातों की जांच, UPI ट्रांजैक्शन और मोबाइल डेटा की सहायता से ठोस सबूत जुटाए जा रहे हैं।
Capmore FX एक फर्जी विदेशी निवेश प्लेटफॉर्म है जिसने क्रिप्टो और शेयर मार्केट में मोटा रिटर्न देने का झांसा देकर देशभर से हजारों लोगों से ₹2000 करोड़ से ज्यादा की ठगी की है।
अब सवाल उठते हैं कि क्या बीकानेर में और भी खाते इस घोटाले से जुड़े हुए हैं?, क्या घनश्याम सारस्वत जैसे दलाल पूरे राज्य में फैले हुए हैं?, जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है, यह मामला मनी लॉन्ड्रिंग, साइबर ठगी और हवाला कनेक्शन का संगठित नेटवर्क बनता जा रहा है।
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