
Rainfall Latest Live Update in Rajasthan : राजस्थान में मॉनसून की बरसात अब राहत के बजाय चिंता का कारण बन गई है। धौलपुर जिले में चंबल नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है, जिससे पूरे इलाके में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। नदी का स्तर अब 139.80 मीटर पर पहुंच गया है, जो कि खतरे के निशान 130.79 मीटर से लगभग 9 मीटर ज्यादा है।
जानकारों का मानना है कि यदि जलस्तर इसी रफ्तार से बढ़ता रहा तो शाम तक यह 141 मीटर तक पहुंच सकता है, जिससे दर्जनों गांवों में पानी भरने की आशंका है। यह स्थिति 2022 के बाद पहली बार उत्पन्न हुई है, जब चंबल इतनी आक्रामक हुई है। झिरी गांव में पानी घरों तक पहुंच चुका है, और अब तक 85 से अधिक घरों को खाली करवाया गया है। कई ग्रामीण रास्ते बंद हो गए हैं और लोग ऊंचे स्थानों पर शरण ले रहे हैं। सरमथुरा उपखंड में एसडीएम अमन चौधरी, थाना प्रभारी कृपाल सिंह और पुलिस टीम हालात पर नजर बनाए हुए हैं।
इसी के साथ-साथ कोटा और नवनेरा बैराज से छोड़े गए लाखों क्यूसेक पानी ने हालात को और गंभीर बना दिया है। मंगलवार को करीब 5 लाख क्यूसेक पानी चंबल में छोड़ा गया, जिससे एकाएक जलस्तर में उछाल आया। इस समय धौलपुर, बाड़ी, सरमथुरा और राजाखेड़ा के लगभग 60 गांव खतरे की जद में हैं।
पुराने पुल के पास सुरक्षा बढ़ा दी गई है, और वहां कोतवाली थाना प्रभारी हरिनारायण मीणा की निगरानी में टीम तैनात है, ताकि कोई दुर्घटना न हो। जल संसाधन विभाग के अभियंता राजकुमार सिंघल के अनुसार, विभाग की टीमें गेज स्तर पर निरंतर नजर बनाए हुए हैं। उधर, पार्वती बांध और उर्मिला सागर भी उफान पर हैं। पार्वती में 5000 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है जबकि उर्मिला सागर का जलस्तर भराव क्षमता से ऊपर पहुंच चुका है, जिससे धौलपुर-करौली हाईवे को खनपुरा के पास काटकर पानी डायवर्ट करना पड़ा है। प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की अपील की है। राहत टीमें अलर्ट पर हैं और आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।
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