आधे राजस्थान में भारी बारिश और ओलों ने कर दी फसलें बर्बाद, खून के आंसू रो रहे किसान, 5 दिन का अलर्ट हुआ जारी
जयपुर (jaipur news). राजस्थान में हुई बेमौसम बारिश ने किसानों का सारा गणित बिगाड़ दिया है। हालात ये हो गए हैं कि किसान खून के आंसू रोने को मजबूर है। राजस्थान में गेहूं, जीरा, इसबगोल समेत अन्य फसलों का करीब दो हजार करोड़ का नुकसान हो गया।
राजस्थान में बेमौसम बारिश ने किसानों की हालत खराब कर दी है। आधे राजस्थान में बारिश और ओलों के चलते फसलें तबात और बर्बाद हो चुकी हैं। मंडियों में जो फसलें पहले पहुंचा दी गई हैं उनके भाव चढ़ते जा रहे हैं।
किसान बर्बाद होता जा रहा है। सबसे ज्यादा नुकसान पूरी तरह से पक चुकी गेहूं की फसलों को हुआ है। सबसे बड़ी बात ये है कि आगे आने वाले चार से पांच दिन और मौसम खराब रहने की भविष्यवाणी है। आधे से ज्यादा राजस्थान में ओलावृष्टि का फोरकास्ट भी है। फसलें खराब होने का मुद्दा विभानसभा में भी गूंज रहा है।
राजस्थान में पिछले शनिवार रात से लेकिर आज तड़के तक तेरह से ज्यादा जिलों में नुकसान हुआ है। कोटा, बूंदी, जोधपुर, धौलपुर, भरतपुर, बीकानेर, उदयपुर, सीकर, झुंझुनूं, दौसा, करौली, टोंक, बारां और अलवर जिले में ओलावृष्टि और भारी बारिश से किसानों की खड़ी फसलें खराब हो चुकी हैं।
फसल बर्बादी की जानकारी सीएम तक भेजी गई है और सीएम ने सोशल मीडिया पर ट्वीट कर किसानों को यह भरोसा दिलाया है कि सरकार गिरदावरी करा रही है और मुआवजे की भी तैयारी कर रही है। साथ ही अपने अपने जिलों में विधयकों और मंत्रियों को भेजा जा रहा ताकि वे नुकसान का आंकलन कर सकें। किसानों से बातचीत कर सकें। कांग्रेसी नेताओं के अलावा भाजपा के नेता भी अपने अपने खेत्र में जाकर फसल बर्बादी का जायजा ले रहे हैं।
भारतीय किसान संघ के प्रदेश पदाधिकारियों का कहना है कि इस साल जो नुकसान हुआ है उसका आंकलन करना चुनौती है। चार मार्च से लगातार बारिश और ओले गिर रहे हैं और लगभग हर दिन किसी न किसी जिले से फसलों के नुकसान की सूचनाएं आ रही हैं।
गेंहू के अलावा इसबगोल और जीरा को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। करीब दो हजार करोड़ रुपए के नुकसान का आंकलन किया गया है। लाखों बीघा जमीन पर खड़ी फसलें खराब हो चुकी है। पूरा आंकलन कर रहे हैं। सरकार के संपर्क मे हैं। कोशिश यही कि किसान की मेहनत पूरी तरह से बर्बाद नहीं हो।