राजस्थान में पहली बार अरब देशों की तर्ज पर बन रही मस्जिद: आधुनिक तकनीक का ऐसा इस्तेमाल कि बिना एसी मिलेगी ठंडक
जयपुर (jaipur News). राजस्थान में अब इंफ्रास्ट्रक्चर के मामले में लगातार नवाचार होते दिखाई दे रहे हैं। मंदिरों के साथ-साथ अब मस्जिदों में भी इनोवेशन और कंस्ट्रक्शन में नए नए बदलाव किए जा रहे हैं। ऐसा ही एक बदलाव किया जा रहा है राजधानी जयपुर शहर में।
Sanjay Chaturvedi | Published : Mar 10, 2023 7:41 AM IST / Updated: Mar 10 2023, 01:30 PM IST
जयपुर शहर के नाहरी के इलाके की मस्जिद मदीना के निर्माण में आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है। यहां हवा के वेंटिलेशन के लिए इस तरह का उपाय किया गया है कि लोगों को बिना एसी के ही इतनी ज्यादा ठंडी हवा मिलेगी कि उन्हें सर्दी का एहसास होना लगेगा।
जयपुर शहर के नाहरी के इलाके की मस्जिद मदीना के निर्माण में आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है। यहां हवा के वेंटिलेशन के लिए इस तरह का उपाय किया गया है कि लोगों को बिना एसी के ही इतनी ज्यादा ठंडी हवा मिलेगी कि उन्हें सर्दी का एहसास होना लगेगा।
जिससे कि यहां पूरे दिन हवा की आवाजाही होती रहेगी जैसे की हवा महल में होती है। इसका नतीजा यह निकलेगा की मई और जून जैसे महीनों में भी जब राजस्थान में लू के थपेड़े चलेंगे उस दौरान भी यहां लोगों को गर्मी का एहसास नहीं होने वाला है।
इसके अलावा इस मस्जिद में वाटर हार्वेस्टिंग सहित तमाम बातों को ध्यान में रखा गया है। इस मस्जिद को संभालने वाले केयरटेकर बताते हैं कि मस्जिद के बेसमेंट में एक मदरसा चलेगा। जिससे कि बच्चों को तालीम मिलती रहे। इसके अलावा उसी बेसमेंट में एक लाइब्रेरी भी बनाई जाएगी।
जिसका मकसद यह रहेगा की तालीम के अभाव में बच्चे गलत रास्तों पर न जाए। आर्किटेक्ट ने बताया कि इस मस्जिद का गुंबद भी सबसे खास इसलिए है क्योंकि जब हम गुंबद पर खड़े होंगे तो हमें तेज हवाओं का एहसास होगा।
क्योंकि गुंबद में भी बड़ी और छोटी खिड़किया दोनों रखी गई है जिससे कि ठंडी हवा वहां खड़े होने वाले शख्स की शरीर पर आएगी। बरहाल आगामी 3 से 4 महीने में यह मस्जिद आम जनता के लिए शुरू कर दी जाएगी।