राजस्थान weather अपडेटः बसंत पंचमी के बाद भी पारा माइनस में, ओला और बारिश फिर दुबकाएगी घरों में

राजस्थान में बसंत के बाद भी तापमान में कोई परिवर्तन नहीं आया है। यहां का पारा अभी भी माइनस में ही जा रहा है। प्रदेश में 2 दिन से हो रही बारिश और ओलावृष्टि से और बढ़ेगी ठंड। जानिए अपने जिले का ताजा हाल।

Sanjay Chaturvedi | Published : Jan 27, 2023 5:20 AM IST

जयपुर (jaipur). राजस्थान में इस बार ठंड ने कई रिकॉर्ड तोड़ दिए हो लेकिन फिर भी ठंड का कहर कम होने का नाम नहीं ले रहा है। पुरानी मान्यताओं के मुताबिक जहां बसंत पंचमी के बाद गर्म दिनों की शुरुआत हो जाती है। लेकिन राजस्थान में अभी सर्द दिन ही बने हुए हैं। आज बसंत पंचमी के अगले दिन ही राजस्थान के कई इलाकों में तापमान जमाव बिंदु के नीचे पहुंच चुका है। हालात यह रहे कि कहीं-कहीं तो बर्फ तक जम गई। फिलहाल मौसम विशेषज्ञों की मानें तो राजस्थान में जनवरी के पूरे महीने लोगों को कड़ाके की सर्दी का अहसास होने वाला है।

इन जिलों में माइनस में गया पारा

आज राजस्थान में तापमान की बात करें तो प्रदेश के सबसे ठंडे माने जाने वाले फतेहपुर में न्यूनतम तापमान -2.3 डिग्री दर्ज किया गया है। जबकि इससे पहले 26 जनवरी को भी यहां न्यूनतम तापमान माइनस -0.7 डिग्री दर्ज किया गया था। वही राजधानी जयपुर के जोबनेर में तापमान - 2.5 डिग्री दर्ज किया गया है। वही माउंट आबू में भी तापमान में कोई खास बदलाव नहीं हुआ। वहां भी तापमान माइनस में रिकॉर्ड किया गया।

हो सकती है बारिश और ओलावृष्टि

जयपुर मौसम केंद्र के निदेशक राधेश्याम शर्मा की मानें तो प्रदेश के करीब 20 जिलों में 28 और 29 जनवरी को बारिश और ओलावृष्टि की संभावना है। ऐसे में एक-दो दिन में तापमान में गिरावट भी दर्ज की जा सकती है। इसके बाद तापमान में बढ़ोतरी का दौर शुरू होगा। इसके बाद लोकल चक्रवात के असर से मौसम में परिवर्तन होगा हालांकि फरवरी आधा बीतने के बाद गर्म दिनों की शुरुआत भी हो जाएगी।

वही मौसम विशेषज्ञों की मानें तो राजस्थान में इस बार 26 जनवरी के बाद भी कड़ाके की सर्दी का एहसास इसलिए हो रहा है क्योंकि अमूमन पश्चिमी विक्षोभ ज्यादा दिसंबर अंत या जनवरी प्रारंभ में एक्टिव होते हैं। लेकिन इस बार आधा जनवरी बीतने के बाद पहाड़ी इलाकों में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हुए जिनके चलते वहां होने वाली बर्फबारी और बारिश से राजस्थान में सर्दी का असर लगातार बना हुआ है। फिलहाल मौसम विशेषज्ञों की मानें तो आगामी 1 सप्ताह में किसी भी राज्य में पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव होने की संभावना नहीं है।

इसे भी पढ़े- राजस्थान वेदर report: प्रदेश में मावठे की बारिश के चलते गिरा पारा, जाने अपने जिले के मौसम के ताजा हाल

Share this article
click me!