
जयपुर. अमेरिका में बैठे - बैठे फेसबुक मेटा सिस्टम की मदद से हजारों किमी दूर बैठे पंद्रह साल के एक लड़के की जान बच गई। लड़का एक रील डालने के बाद जान देने की तैयारी कर ही रहा था। लेकिन अमेरिका से एक मैसेज लड़के नजदीकी थाने तक पहुंचा और पुलिस सीधे उसके घर जा पहुंची। उसकी जान बचा ली। उसे उसके परिवार के हवाले कर दिया गया। यह पूरी घटना सुसाइड के लिए बदनामी झेल रहे कोटा जिले की है। कोटा के ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले एक किशोर की जान बचाई गई है।
'मुझे मरना है और मैं मरकर ही रहूंगा...
कोटा ग्रामीण के एसपी करण शर्मा ने बताया कि सांगोद थाना इलाके में रहने वाले एक किशोर ने सोशल मीडिया पर सोमवार को एक रील पोस्ट की थी। उसने रील बनाई थी और कहा था कि बस कुछ देर के बाद मैं जान देने जा रहा हूं, मुझे मरना है और मैं मरकर ही रहूंगा.....। रील पोस्ट करने के कुछ देर के बाद ही मेटा की तरफ से सांगोद पुलिस को किशोर की रील के बारे में जानकारी मिली और उसकी लोकेशन भी भेज दी गई।
Wऐसे मौत के मंजर से बचकर आया कोटा का छात्र
सांगोद पुलिस तुरंत गांव में पहुंची और किशोर को पकड़ा। उसे समझाया तो वह रोने लगा। वह परिवार के साथ ही रह रहा था, लेकिन रील पोस्ट करने और जान देने के लिए अलग जगह पर आ गया था। उसे उसके परिवार के हवाले किया गया। उसे बाद परिजनों को भी समझाया गया। बच्चे की काउंसलिंग भी कराई गई है। इसी तरह से पिछले महीने एक और छात्र की जान बचाई गई थी।
फेसबुक के सही इस्तेमाल से बच गई जिंदगी
एसपी करण शर्मा ने कहा कि हमने फेसबुक और मेटा से करार किया है। यह ऑन लाइन कोलाब्रेशन है। इसकी मदद से बच्चों की जान बच रही है। जिस बच्चे को बचाया गया है उसके परिवार से कहा है कि वह उसकी देखभाल करे और उसके साथ ही रहे।
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