
जयपुर के सेंट्रल जेल से फरारी की साजिश का एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जिसमें इलाज के बहाने बंदियों को पहले एसएमएस अस्पताल और फिर वहां से सीधे लग्जरी होटलों में VIP ट्रीटमेंट दिलवाया गया। इस पूरे ऑपरेशन में जेल प्रशासन, पुलिसकर्मी, डॉक्टर और बंदियों के परिजन तक शामिल थे।
लालकोठी थाना पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए कुल 13 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें 5 पुलिसकर्मी, 4 बंदी और 4 उनके परिजन या सहयोगी शामिल हैं। गिरफ्तार बंदियों की पहचान रफीक उर्फ बकरी (40), भंवरलाल (33), अंकित बंसल (33) और करण गुप्ता (29) के रूप में हुई है। ये चारों जेल से इलाज के बहाने बाहर लाए गए और फिर अस्पताल से भाग कर होटलों में पहुंचाए गए।
पुलिस जांच में सामने आया कि ये फरारी एक सुनियोजित प्लान के तहत की गई थी। बंदियों को VIP ट्रीटमेंट देने के नाम पर होटलों में महिला मित्रों और परिजनों से मिलवाया जाना था। गिरफ्तार पुलिसकर्मियों में सुरेश कुमार, मनोज कुमार, दिनेश कुमार, अमित कुमार और विकास कुमार शामिल हैं, जिन्होंने चालाणी ड्यूटी का दुरुपयोग किया। इसके अलावा बंदियों के सहयोगियों में रफीक की पत्नी हिना, उसका रिश्तेदार रमजान, अंकित का भाई आकाश बंसल और दोस्त राहुल शामिल हैं।
DCP ईस्ट तेजस्वी गौतम ने बताया कि 24 अप्रैल को मुखबिर की सूचना पर कार्रवाई करते हुए जांच शुरू की गई थी। जांच में पुष्टि होने पर चारों बंदियों को अलग-अलग थाना पुलिस ने डिटेन किया और फिर पूरी टीम बनाकर 13 लोगों की गिरफ्तारी की गई। यह मामला ना सिर्फ जेल सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि किस तरह से सिस्टम में शामिल कुछ लोग कानून का मखौल उड़ाने में सहयोगी बन जाते हैं। फिलहाल सभी आरोपियों से पूछताछ जारी है और मामले में और भी गिरफ्तारी संभव है।
राजस्थान की राजनीति, बजट निर्णयों, पर्यटन, शिक्षा-रोजगार और मौसम से जुड़ी सबसे जरूरी खबरें पढ़ें। जयपुर से लेकर जोधपुर और उदयपुर तक की ज़मीनी रिपोर्ट्स और ताज़ा अपडेट्स पाने के लिए Rajasthan News in Hindi सेक्शन फॉलो करें — तेज़ और विश्वसनीय राज्य समाचार सिर्फ Asianet News Hindi पर।