यमुना नदी के उफान से आधी से ज्यादा दिल्ली में पानी भर चुका है, हर तरफ हाहाकार मचा है। दिल्ली के बाद अब राजस्थान में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। क्योंकि हरियाणा से गुजरने वाली घग्गर नदी का पानी राजस्थान तरफ छोडा गया है। जिससे बाढ़ के हालात बन रहे हैं
हनुमानगढ़. दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है और पूरी दिल्ली पानी में डूब चुकी है। दिल्ली में बाढ़ से हालात हो चुके हैं और अब इसी कारण राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले में भी बाढ़ के हालात बन रहे हैं । दरअसल दिल्ली से गुजरने वाली यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण उसके संपर्क में रहने वाली, हरियाणा से होकर गुजरने वाली घग्गर नदी में पानी की आवक तेजी से बढ़ी है । इसी कारण घग्गर नदी से आज और कल बड़ी मात्रा में पानी छोड़ा जाना है।
हनुमानगढ़ में आर्मी को स्टैंड बाय पर रखा गया
आज सवेरे करीब 17 हजार क्यूसेक पानी राजस्थान की ओर छोड़ दिया गया है और वह पानी शाम तक राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले तक पहुंच जाएगा। ऐसे में वहां बाढ़ के हालात बन रहे हैं । हनुमानगढ़ जिला कलेक्टर रुकमणी सिहाग ने बताया कि हम पूरी तरह से तैयार हैं। लोगों से लगातार अपील कर रहे हैं कि जरूरी होने पर ही अगले 4 दिनों तक घर से बाहर निकले , स्कूल कॉलेज अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिए गए हैं। सिविल डिफेंस, एनडीआरएफ , एसडीआरएफ की टीमों को सतर्क रहने के लिए कहा है। हम आर्मी के भी संपर्क में है।
हरियाणा और पंजाब राजस्थान में छोड़ा जाएगा पानी
जरूरत पड़ती है तो 2:30 से 3 घंटे में किसी भी स्थिति में रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया जाएगा । इसके अलावा हमने राहत कैंप शुरू कर दिए हैं। पशुओं के लिए अलग व्यवस्था की जा रही है। ग्रामीणों के लिए अलग व्यवस्था की जा रही है , साथ ही सिंचाई विभाग के भी संपर्क में है ।कलेक्टर ने कहा कि हरियाणा और पंजाब के प्रशासनिक अधिकारियों से लगातार बातचीत चल रही है और उसके बाद ही पानी को छोड़ा जा रहा है। अंदाजा यह लगाया जा रहा है कि शनिवार को शुक्रवार से ज्यादा यानी 20 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जाएगा। इतना पानी एक साथ आने से परेशानी हो सकती है।
कलेक्टर ने कहा-हमारी टीम हर हाल से निपटने को तैयार
कलेक्टर ने कहा कि हनुमानगढ़, गंगानगर के पास से होकर गुजरने वाली इंदिरा गांधी कैनाल की तरफ भी पानी मोड़ने की तैयारी हम लोग कर रहे हैं । लेकिन पंजाब , हरियाणा में दिल्ली और अन्य राज्यों का बारिश का पानी लगातार बढ़ता जा रहा है। ऐसी स्थिति में अब यहां भी परेशानी खड़ी होती दिख रही है । हालांकि पानी से किसी तरह की बर्बादी ना हो इसकी तैयारी प्रशासन ने पूरी कर ली है । कलेक्टर ने कहा कि 2 दिन तक यह पानी थोड़ा-थोड़ा करके छोड़ा जाएगा और यह पानी कई बांध से होकर गुजरेगा । फिलहाल सुरक्षा व्यवस्था चौकस है।